Nita Ambani

Nita Ambani : देश और दुनिया के अमीर इंसानों में से एक मुकेश अंबानी किसी ना किसी वजह से लगातार चर्चा में रहते ही हैं। हाल ही में उनकी पत्नी नीता अंबानी (Nita Ambani) भी चर्चा का विषय बन गई है। दो दिनों से उनकी शादी शहर और दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। नीता अंबानी के बारे में एक सच का खुलासा हुआ है जिसे जानकार आप सभी हैरान हो जाएंगे।

इस सच पर शायद किसी को यकीन कर पाना मुमकिन नहीं होगा लेकिन आज नीता के बारे में हम जो बताने जा रहे हैं वो सौ फीसदी सच है और ये सच किसी और ने नहीं बल्कि नीता अंबानी की बेटी ईशा अंबानी ने ही बताया है।

क्या Nita Ambani के बच्चे नहीं है ईशा-आकाश?

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दरअसल ईशा अंबानी ने अपनी मां नीता (Nita Ambani) के बारे में बताया था कि वो कभी मां नहीं बन सकती थी इसके लिए उन्होंने दूसरी तकनीक के माध्यम से हमें जन्म दिया है। आपको ये जानकार भी हैरानी होगी की आकाश और उनकी बहन ईशा अंबानी जुड़वां हैं।

इस बात का खुलासा खुद ईशा ने कुछ दिनों पहले एक इंटरव्यू में किया था। इंटरव्यू में ईशा ने अंबानी परिवार के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताई हैं। ईशा ने बताया कि शादी के सात साल बाद उनके माता-पिता ने उनका जन्म आईवीएफ के जरिए कराया था।

IVF के माध्यम से दिया था नीता ने बच्चों को जन्म

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इंटरव्यू के दौरान बिजनेस टाइकून मुकेश अंबानी और नीता अंबानी (Nita Ambani) की बेटी ईशा अंबानी ने अपने जन्म को लेकर बड़ा खुलासा किया है। ईशा के मुताबिक, “मेरे माता-पिता की शादी के 7 साल तक दोनों माता-पिता नहीं बने थे। लेकिन फिर आईवीएफ तकनीक के माध्यम से मेरी मां ने हम दोनों को जन्म दिया था।’ ईशा अंबानी ने IVF के बारे में खुलकर बात की।

उन्होंने कहा, ‘आज भी समाज में IVF को वर्जित माना जाता है। कोई भी इसके बारे में बात नहीं करना चाहता।’ उनका मानना ​​है कि इस बारे में बात करके ही इसे सामान्य बनाया जा सकता है। हम जितना इसके बारे में बात करेंगे, उतनी ही जल्दी हम इसे सामान्य और आसान बना पाएंगे।

गर्भधारण नहीं कर पाने के कारण टूट गई थी Nita

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वहीं दूसरी ओर एक इंटरव्यू के दौरान नीता अंबानी (Nita Ambani) ने बताया था कि वह हमेशा से मां बनने का सपना देखती थीं। वह मां बनना चाहती थीं और अपने बच्चे को गोद में खिलाना चाहती थीं। लेकिन मां बनने का सफर उनके लिए इतना आसान नहीं था। महज 23 साल की उम्र में नीता अंबानी को डॉक्टर ने कह दिया था कि वह कभी गर्भधारण नहीं कर पाएंगी।

यह सुनकर वह पूरी तरह टूट गई थीं। नीता अंबानी (Nita Ambani) ने बताया कि शादी के कुछ सालों बाद डॉक्टर ने उनसे कहा कि वह कभी बच्चे पैदा नहीं कर पाएंगी। हालांकि अपनी करीबी दोस्त डॉ. फिरुजा पारीख की मदद से उन्होंने पहली बार जुड़वा बच्चों को जन्म दिया।

नीता द्वारा करवाई गई IVF की मुख्य प्रक्रिया

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आईवीएफ यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें अंडे और शुक्राणु को शरीर के बाहर यानी लैब में निषेचित किया जाता है। आईवीएफ तकनीक से पैदा होने वाले बच्चे सामान्य गर्भावस्था से पैदा होने वाले बच्चों जैसे ही होते हैं। अब तक पूरी दुनिया में आईवीएफ के जरिए 5 करोड़ से ज्यादा बच्चे पैदा हो चुके हैं। महिला के शरीर से अंडे निकालने के 5 दिन के अंदर भ्रूण को गर्भाशय में ट्रांसफर करना होता है।

पांचवें दिन भ्रूण की जो अवस्था बनती है, उसे ब्लास्टोसिस्ट कहते हैं। इस अवस्था में भ्रूण सबसे अच्छी स्थिति में होता है। तब भ्रूण के बचने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए आईवीएफ तकनीक में अगर कोई अन्य जटिलताएं न हों, तो भ्रूण को पांचवें दिन ही ट्रांसफर कर दिया जाता है।

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