Apocalypse

Apocalypse: क्या धरती पर कोई प्रलय आने वाला है या कोई बड़ी घटना होने वाली है? सोशल मीडिया हो या अन्य मीडिया हर तरफ आए दिन इसी तरह की चिंताएँ होती रहती हैं। दुनिया के अंत को लेकर कई तरह की भविष्यवाणियाँ भी अक्सर सुर्खियाँ बनती रहती हैं। मगर इस बार खुद प्रकृति ने तीन एसे संकेत दिए हैं, जिससे किसी बड़ी अनहोनी या फिर महाप्रलय (Apocalypse) की संभावना जताई जा रही है।

प्रलय की मछली

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स्पेन के एक शहर के पास समुद्र तट पर एक दुर्लभ ऑरफ़िश देखी जाती है। जिसे विनाश (Apocalypse) का संकेत माना जाता है। कुछ समय पहले ये देखी गई और कुछ ही देर में जमीन पर आकर मर गई। पहले दावा किया गया था कि ऑरफ़िश दिखने पर भूकंप से भारी तबाही मच सकती है।

इसे गहरे समुद्र के बाहर बहुत कम देखा जाता है क्योंकि यह गहराई में ही रहना पसंद करती है। ऑरफ़िश को प्रलय की मछली भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जहाँ भी यह मछली दिखती है, वहाँ कुछ बुरा ज़रूर होता है।

प्राकृतिक आपदाएं

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बढ़ती प्राकृतिक आपदाओं के संकेत: पृथ्वी पर तेजी से बढ़ रही विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का सीधा कारण पर्यावरणविदों और भूगर्भशास्त्रियों द्वारा प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन है। लेकिन वर्ष 2020 के संदर्भ में भविष्यवक्ताओं द्वारा वर्णित भविष्यवाणियां और बाइबिल की ‘बुक ऑफ रिवीलेशन’ के सातवें अध्याय में जो 2020 में दुनिया के अंत की ओर इशारा किया। पृथ्वी पर सभी जीवित प्राणियों के अस्तित्व (Apocalypse) के लिए चिंताजनक हैं। जिसमें मानव जीवन भी शामिल है।

प्रलय की घड़ी

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शिकागो स्थित गैर-लाभकारी संस्था बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद घड़ी बनाई थी कि मानवता दुनिया को नष्ट करने के कितने करीब है। बुलेटिन ऑफ़ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स की स्थापना वैज्ञानिकों के एक समूह द्वारा की गई थी। जिन्होंने मैनहट्टन प्रोजेक्ट पर काम किया था।

जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान परमाणु बम विकसित करने के (Apocalypse) लिए बनाया गया था। संगठन की स्थापना मूल रूप से परमाणु खतरों को मापने के लिए की गई थी। लेकिन 2007 में इसने अपनी गणनाओं में जलवायु परिवर्तन (Apocalypse) को शामिल करने का फैसला किया।

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