Richa Kar: भारत में अंडरवियर के बारे में बात करना शर्म की बात मानी जाती है। जब भी कोई लड़की इनरवियर खरीदने जाती है, तो कई बार उसे खरीदारी करने में शर्म आती है। क्योंकि दुकानदार पुरुष होता है। इसके चलते ही एक लड़की ने एक ऐसा आईडिया निकाला जो हर लड़की के लिए सहायक बना है। और ये आईडिया इतना चला कि आज वह देश की नामी महिलाओं (Richa Kar) में शामिल हो चुकी है।
Zivame की संस्थापक Richa Kar के सफलता की कहानी
दरअसल हम बात कर रहे हैं देश के सबसे बड़े लॉन्जरी ब्रांड जिवामे की संस्थापक ऋचा कर की। उन्होंने समाज की परवाह किए बिना इस कंपनी की नींव रखी। रिचा (Richa Kar) झारखंड के जमशेदपुर में पली-बढ़ी हैं। उनका परिवार बहुत मॉडर्न नहीं था। इसलिए जब उन्होंने लॉन्जरी इंडस्ट्री में कदम रखा। तो उनके परिवार ने उनका साथ नहीं दिया।
सच तो यह है कि रिचा (Richa Kar) के काम से उनके माता-पिता शर्मिंदा थे। यह अलग बात है कि बेटी ने उसी लॉन्जरी के कारोबार को करोड़ों का बनाकर अपना नाम बना लिया। जब लोगों को उनके कारोबार के बारे में पता चला तो वह इस पर हंसते थे।
महिलाओं की असुविधा के चलते आया रिचा को आईडिया
शुरुआती दौर में उन्हें कारोबार के लिए जगह खोजने में भी दिक्कत हुई। घर किराए पर लेने के दौरान जब मकान मालिक ने उनसे उनके कारोबार के बारे में पूछा तो वह बस इतना ही बता पाईं कि वह ऑनलाइन कपड़े बेचती हैं। वह (Richa Kar) कहती हैं कि जब उन्होंने देखा कि महिलाएं दुकानों में अंडरगारमेंट्स खरीदते समय शर्म महसूस करती हैं और खुलकर बात नहीं कर पाती हैं। तो उन्होंने सोचा कि क्यों ना महिलाओं के लिए ऑनलाइन शॉपिंग की व्यवस्था की जाए। कंपनी शुरू करने का उनका आइडिया काम कर गया।
शुरुआत में संघर्ष तो अब बना इंटरनेशनल ब्रांड
रिचा (Richa Kar) ने जिवामे की शुरुआत 35 लाख रुपये से की थी। उन्होंने यह रकम अपने दोस्तों और परिवार से जुटाई। जिसमें उनकी खुद की बचत भी शामिल थी। आज उनकी कंपनी में कई निवेशक भी निवेश कर रहे हैं। जिनमें टाटा, यूनिलेजर वेंचर्स, जोडिएक टेक्नोलॉजी फंड और खजाना नेशनल बरहाद शामिल हैं। शुरुआत में रिचा (Richa Kar) का कारोबार अच्छा नहीं चला। लेकिन जैसे-जैसे इंटरनेट और तकनीक बढ़ी, ज़िवामे का कारोबार बढ़ता चला गया।
फोर्च्यून इंडिया की अंडर 40 में हुई शामिल
आज इस प्लेटफॉर्म पर महिलाओं के लिए 5 हज़ार से ज़्यादा लॉन्जरी स्टाइल, 50 से ज़्यादा ब्रैंड और 100 से ज़्यादा साइज़ में अंडरगारमेंट्स उपलब्ध हैं। इतना ही नहीं, यह प्लेटफॉर्म ट्राई एट होम और फिटिंग कंसल्टेंट भी मुहैया कराता है, जो घर बैठे महिलाओं की सारी समस्याओं का समाधान कर रहा है। अपने बेहतरीन काम की वजह से रिचा (Richa Kar) का नाम 2014 में फॉर्च्यून इंडिया की “अंडर 40” लिस्ट में शामिल किया गया था।