Iran: इजराइल और ईरान (Iran) के बीच युद्ध लगातार छठे दिन भी जारी है। ईरान ने बुधवार को इजराइल पर हाइपरसोनिक मिसाइल से हमला किया। इजराइल के तेल अवीव में पूरी रात आसमान से मिसाइलें गिरती रहीं। इजराइल में अधिकारियों ने लोगों से बंकरों के पास ही रहने को कहा है. ईरान के निर्वासित नेता और 15 साल से न्यू ईरान मूवमेंट के नेता इमान फ़ोरौतान ने कहा है कि इज़रायली हमले की वजह से ईरान में जल्द ही सत्ता परिवर्तन होगा।
खामेनेई छोड़ सकते हैं देश

इजरायल और ईरान (Iran) के बीच बढ़ते हवाई हमलों के बीच ईरान की राजनीति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। न्यू ईरान मूवमेंट के एक नेता ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है. उन्होंने कहा है कि खामेनेई देश छोड़ने के विकल्प तलाश रहे हैं। इतना ही नहीं, कई प्रमुख हस्तियां पहले ही देश छोड़ चुकी हैं.
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इस नेता का दावा
🚨 Iran strikes Soroka Medical Center — the largest hospital in southern Israel. A direct hit on humanity itself.
This isn’t war — it’s terror.#Khamenei just crossed a line the world won’t forget.
🇮🇳 As an Indian, I stand with 🇮🇱 Israel.#IranIsraelConflict #IranVsIsrael pic.twitter.com/P8yL3XR88u
— RX (@TheReal_RX) June 19, 2025
न्यू ईरान मूवमेंट ईरान (Iran) में शासन के खिलाफ एक स्वघोषित आंदोलन है। इसने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला दावा किया है. न्यू ईरान मूवमेंट के अनुसार, खामेनेई की स्थिति कमजोर हो रही है। इस आंदोलन के एक अनाम नेता ने कथित तौर पर कहा, ‘खामेनेई अब डर गए हैं. उनकी सलाहकार टीम के कई लोग या तो मारे जा चुके हैं या देश छोड़कर भाग गए हैं। सैन्य और धार्मिक नेताओं सहित कई प्रमुख हस्तियां पहले ही ईरान छोड़कर यूरोप और अन्य देशों में शरण ले चुकी हैं. खामेनेई भी अब अपने लिए सुरक्षित जगह तलाश रहे हैं।’ हालांकि, इन दावों की अभी पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन न्यू ईरान मूवमेंट के दावे सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
न्यू ईरान मूवमेंट क्या है?
न्यू ईरान मूवमेंट एक ऐसा समूह है जो खुद को ईरान (Iran) में लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्ष शासन का समर्थक बताता है। यह समूह सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय है और अक्सर ईरानी शासन की आलोचना करता है. 2022 के महसा अमिनी आंदोलन के बाद इस आंदोलन ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी थीं। वहीं, अब इजरायल-ईरान युद्ध के बीच इसे अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका मिल रहा है। आंदोलन ने पहले भी खामेनेई के नेतृत्व को चुनौती दी है और दावा किया है कि ईरानी लोग इस्लामिक गणराज्य से तंग आ चुके हैं।
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