Aniruddhacharya: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य (Aniruddhacharya) महिलाओं को लेकर एक आपत्तिजनक बयान देते नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो में वह कहते हैं, “अब तो 25 साल की लड़कियां मुँह मारती हैं…”, जो काफी अशोभनीय और विवादित माना जा रहा है। इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। आइए जानते है क्या है पूरा मामला….
अनिरुद्धाचार्य ने क्या कहा?

प्रसिद्ध कथावाचक और धर्म प्रचारक अनिरुद्धाचार्य (Aniruddhacharya) इन दिनों अपने एक आपत्तिजनक बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह प्रवचन के दौरान कहते नजर आ रहे हैं, “25 साल की लड़की चार जगह मुंह मार चुकी होगी।” इस अशोभनीय टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
मथुरा के वृंदावन स्थित गौरी गोपाल आश्रम के कथावाचक अनिरुद्ध आचार्य ने एक आयोजन में विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा कि 25 वर्ष की अविवाहित लड़कियों का चरित्र ठीक नहीं होता, जबकि 14 वर्ष की उम्र में शादी कर देनी चाहिए क्योंकि वह परिवार में "घुल-मिल" जाती हैं।#anirudhacharya pic.twitter.com/oADYC19TWX
— sweety dixit (@sweetydixit6) July 25, 2025
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कार्रवाई की मांग
यह बयान न सिर्फ महिलाओं के प्रति अपमानजनक है, बल्कि एक संत की मर्यादा के भी खिलाफ है। धार्मिक प्रवचन, जहाँ समाज को नैतिकता और मर्यादा का संदेश देने का माध्यम माना जाता है, वहीं इस प्रकार की अभद्र टिप्पणी समाज के गलत संदेश भेजती है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और महिला संगठनों ने इस बयान की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
बयान वायरल होते ही ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर #ArrestAniruddhacharya (Aniruddhacharya) ट्रेंड करने लगा। हजारों लोगों ने इस टिप्पणी को स्त्री-विरोधी और मानसिकता में सड़न की निशानी बताया। कुछ ने तो यह भी कहा कि यदि कोई सामान्य व्यक्ति ऐसा बयान देता, तो उसके खिलाफ तुरंत केस दर्ज होता, लेकिन धार्मिक लिबास ओढ़े लोगों को समाज अक्सर माफ कर देता है।
विवाद बढ़ने पर मांगी माफी
विवाद बढ़ने के बाद अनिरुद्धाचार्य (Aniruddhacharya) ने एक वीडियो जारी कर माफी मांगी और कहा कि उनके शब्दों का गलत मतलब निकाला गया है। उन्होंने कहा , “अगर मेरे शब्दों से किसी को ठेस पहुंची हो, तो मैं दिल से माफी मांगता हूं। मेरा मकसद किसी का अपमान करना नहीं था। मैं स्वयं इस बात से शर्मिंदा हूं।”
हालांकि उनकी माफी से नाराजगी शांत नहीं हुई है। लोग अब भी उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि क्या ऐसे बयान देने वालों को सिर्फ “माफी” कहकर छोड़ा जाना चाहिए?
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