Vaishno Devi: जम्मू-कश्मीर में खराब मौसम के कारण माता वैष्णो देवी (Vaishno Devi) की यात्रा रोक दी गई है. कटरा के अर्धकुंवारी में भूस्खलन हुआ है. जम्मू के कई इलाकों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सोमवार देर रात से हो रही भारी और लगातार बारिश के बाद माता वैष्णो देवी के पवित्र मंदिर की तीर्थयात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है.
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, भारी बारिश के बाद सबसे पहले हिमकोटि मार्ग बंद किया गया था. जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो बोर्ड ने पूरी यात्रा को कुछ घंटों के लिए स्थगित करने का फैसला किया।
भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने मंगलवार (26 अगस्त) को जम्मू क्षेत्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना है. जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में सुबह 8:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे के बीच भारी बारिश दर्ज की गई है. अकेले जम्मू में 93 मिमी बारिश दर्ज की गई. सांबा में 136 मिमी, कठुआ के बरमल में 97.5 मिमी, रियासी में 84 मिमी और भद्रवाह में 92 मिमी बारिश दर्ज की गई.
कई नदियां उफान पर
मौसम विभाग ने मंगलवार (26 अगस्त) को जम्मू क्षेत्र के लिए अलर्ट जारी किया है. कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना है. जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में सुबह 8:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे के बीच भारी बारिश दर्ज की गई है. अकेले जम्मू में 93 मिमी बारिश दर्ज की गई.
सांबा में 136 मिमी, कठुआ के बरमल में 97.5 मिमी, रियासी में 84 मिमी और भद्रवाह में 92 मिमी बारिश दर्ज की गई. केंद्र शासित प्रदेश में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुँच गया है. चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे आसपास के इलाकों के लोगों के लिए चिंता का विषय है.
Vaishno Devi की यात्रा कब होगी शुरू?
भूस्खलन के बाद 24 जून, 2025 को वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू हुई, क्योंकि मार्ग पर बर्फ हटाने का काम पूरा हो गया था. 23 जून को भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ था, जिसके कारण नए मार्ग पर वैष्णो देवी (Vaishno Devi) यात्रा रुक गई थी.
कोहरे के कारण हेलीकॉप्टर सेवा बंद है, लेकिन बैटरी कार और रोपवे सेवाएं लगातार उपलब्ध हैं. वैष्णो देवी की यात्रा वर्ष के 365 दिन और 24 घंटे जारी रहती है, अर्थात मंदिर कभी बंद नहीं होता और यात्रा किसी भी समय की जा सकती है।