2027 World Cup: भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेल रही है, इस श्रृंखला के शुरू होने के साथ ही एक बड़ी बहस एक बार फिर तेज हो गई है कि क्या रोहित शर्मा और विराट कोहली 2027 वर्ल्ड कप (2027 World Cup) तक टीम इंडिया का हिस्सा होंगे? और अगर यह दोनों दिग्गज इस टूर्नामेंट में नहीं खेलते है तो, क्या भारत की खिताब जीतने की उम्मीदें अधूरी रह जाएंगी? कई लोगो का मानना है कि रोहित, विराट की गैरमौजूदगी 2027 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के अभियान को कमजोर कर सकती है। आइए जानते है वो 3 कारण जिसके कारण रोहित, कोहली की अनुपस्थिति में भारत का विश्व विजेता बनने का सपना टूट सकता है।
इन 3 कारणों से रोहित, विराट के बिना अधूरा है 2027 World Cup

1. बड़े मैचों का अनुभव और दबाव संभालने की क्षमता
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्टार खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली पिछले एक दशक से नॉकआउट मैचों में भारत की रीढ़ माने जाते हैं। दोनों खिलाड़ियों ने कई बार बड़े टूर्नामेंटों में दबाव में शानदार पारियां खेलकर टीम को संभाला है। वर्ल्ड कप जैसे हाई-प्रेशर मंच पर अनुभव ही मैच जिताता है। विराट कोहली की चेज मास्टरी और रोहित शर्मा की शुरुआत में पारी को स्थिर करना किसी भी युवा खिलाड़ी से आसानी से रिप्लेस नहीं किया जा सकता। यह अनुभव भारत को मुश्किल परिस्थितियों में संभालता है, जिसकी अनुपस्थिति से 2027 वर्ल्ड कप (2027 World Cup) में टीम अस्थिर दिख सकती है।
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2. स्थिर ओपनिंग और भरोसेमंद बल्लेबाजी क्रम में कमी
रोहित शर्मा न सिर्फ एक सफल कप्तान रहे हैं, बल्कि उन्होंने लगातार बड़े टूर्नामेंटों में टीम को दमदार शुरुआत दिलाई है। वहीं विराट कोहली नंबर 3 पर भारत को मजबूती देते हैं और साझेदारी बनाने में उनकी भूमिका बेहद अहम रहती है। अगर ये दोनों खिलाड़ी 2027 विश्व कप (2027 World Cup) में नहीं खेलते, तो टीम को शीर्ष क्रम में स्थिरता नहीं मिल पाएगी। नए खिलाड़ी भले ही प्रतिभावान हों, लेकिन बड़े मंच पर निरंतरता और क्लास समय के साथ आती है। भारत का टॉप ऑर्डर इन दोनों के बिना अनुभवहीन और दबाव में टूटने वाला दिख सकता है।
3. लीडरशिप और मैच की समझ का अभाव
रोहित शर्मा और विराट कोहली सिर्फ बल्लेबाज नहीं, बल्कि मैदान पर टीम के मार्गदर्शक भी हैं। दोनों की मैच रीडिंग, विपक्ष की रणनीति समझने की क्षमता और परिस्थितियों के अनुसार फैसले लेना टीम को मजबूत बनाते हैं। खासकर रोहित शर्मा की कप्तानी दृष्टि भारत के लिए कई मैचों में निर्णायक साबित हुई है। उनकी अनुपस्थिति (2027 World Cup) में टीम के पास वह “क्रिकेटिंग ब्रेन” नहीं होगा जो मुश्किल स्थितियों में शांत रहकर फैसले ले सके। वर्ल्ड कप जैसे लंबे टूर्नामेंट में यह लीडरशिप टीम की सफलता का मुख्य आधार होती है।
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