डिश

भारतीय डिश अमेरिका में वायरल खूब पसंद किया जा रहा है,अमेरिकी एनर्जी बूस्टर के रूप में इसे इस्तेमाल कर रहे हैं. कोरोना के इस भयंकर दौर में ये भारतीय डिश रसम अमेरिकियों को खूब पसंद आ रही है.

बताया जा रहा है कि रसम एक साऊथ इंडियन डिश है. जिसे अमेरिका में रह रहें अरुण राजदुरई ने अस्पतालों में मरीजो के लिए इस डिश को बनाया था. क्या है इसकी खासियत और क्यों इतनी पसंद की जा रही है आइये डालते हैं एक नजर

साऊथ के अरुण राजदुरई बनाते हैं अमेरिका में ये डिश

डिश

कोरोना के काल में पूरी दुनिया इससे बचने का उपाय कर रही है. अलग-अलग देशो में कोरोना से बचने के लिए अलग-अलग उपाय किये जा रहे हैं. ऐसे में तमिलनाडु के अरुण राजदुरई की बनाई डिश रसम अमेरिका न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी और प्रिंसटन में खूब पसंद की जा रही है.

तमिलनाडु के अरुण राजदुरई इस डिश को  हल्दी, अदरक, लहसुन डालकर तैयार करते हैं और उन्होमे ये दावा किया कि ये कोरोना के मरीजों के लिए बेहतर होगा. और उन्होंने इस डिश को लोगों को परोसना शुरू किया

कॉम्प्लिमेंट्री रूप में किया था प्रमोट

डिश

अरुण ने शुरू में रसम को एक कॉम्प्लिमेंट्री  डिश के रूप में लोगों को देना शुरू किया था. इसके साथ ही दावा किया की ये डिश लोगों को कोरोना से बचाने में सहायक है. उन्होंने पहले 3 अस्पतालों में में इस डिश को प्रमोट किया फिर धीरे-धीरे उनकी ये डिश लोगों को बहुत पसंद आने लगी और लोग इस डिश को कोरोना से बचने के लिए एनर्जी बूस्टर के रूप में लेना शुरु कर दिया.

रोज 500-600 कप रसम बेचते हैं

डिश

अरुण का कहना है कि उन्हें तो अंदाजा ही नहीं था कि उनका ये डिश लोगों को इतनी पसंद आ जाएगी. शुरू में अरुण 50 -60 कप ही इस डिश को बेच पाते थे, लेकिन अब वे हर रोज इस डिश के 500 से 600 कप बेच देते हैं. उनका कहना है कि दूर-दूर से लोग उनकी इस डिश की तलाश में आते हैं और बड़े चाव से उनकी डिश का आनन्द लेते हैं.

बता दें कि 5 साल पहले ही अरुण न्यूजर्सी में शिफ्ट हुए थे. उनको साल 2018 में बेस्ट साउथ ईस्ट एसियन शेफ का पुरस्कार भी मिल चुका है.