Aakash Chopra: इंडियन प्रीमियर लीग का दूसरा सीजन यानि आईपीएल 2009 कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं गुजरा था। मैदान के अंदर और मैदान के बाहर हुई घटनाओं के लिहाज से फ्रेंचाइजी काफी विवादों में रही थी। उन्हें टूर्नामेंट के 14 मैचों में से 10 में हार का सामना करना पड़ा, जबकि उन्हें केवल 3 में जीत मिल सकी। इसके अलावा एक मैच का परिणाम नहीं निकला।
इतना ही नहीं टीम के हेड कोच जॉन बुकानन (John Buchanan) ने सीजन शुरू होने से पहले अजीबो गरीब ऐलान करते हुए कहा कि 4 – 5 खिलाड़ी मिलकर टीम की कप्तानी करेंगे। मगर इन सबके अलावा केकेकार के लिए उस सीजन ‘फेक आईपीएल प्लेयर’ भी बड़ा विवाद का विषय बना।
कौन था ‘फेक आईपीएल प्लेयर’?
दरअसल, आईपीएल 2009 के दौरान “फेक आईपीएल प्लेयर” नामक ब्लॉग ने काफी सुर्खियां बटोरीं थी। दावा किया गया कि इस ब्लॉग पेज के पीछे कोलकाता नाइट राइडर्स के ही एक खिलाड़ी का हाथ है। ब्लॉगर अपने आर्टिकल्स में फ्रेंचाइजी और खिलाड़ियों के ऐसे किस्से सामने लाया, जिसने फ्रेंचाइजी की छवि ख़राब कर दी। इस बात की पुष्टि तब हुई, जब केकेआर ने दक्षिण अफ्रीका में जारी टूर्नामेंट के बीच ही अपने दो खिलाड़ियों आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) और संजय बांगड़ को भारत वापस भेज दिया। फ्रेंचाइजी को शक था कि ब्लॉग के पीछे इन दोनों में से किसी एक का हाथ है।
Aakash Chopra पर किया गया शक
ब्लॉगर अपने आर्टिकल के शुरुआत में लिखता कि “दिखाई देने वाले सभी पात्र काल्पनिक हैं। वास्तविक व्यक्तियों, जीवित या मृत, से कोई भी समानता पूरी तरह से संयोग और अनजाने में है।” ताकि किसी भी कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके। इसके अलावा वो खिलाड़ियों को मजेदार उपनाम भी देता था। मगर, जब आर्टिकल में लिखी एक भविष्यवाणी सच हुई, तो ब्लॉग का लिंक एक बड़ी क्रिकेट वेबसाइट द्वारा साझा किया गया, जिसने क्रिकेट जगह में बवाल खड़ा कर दिया।
आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra), ने आईपीएल 2009 शुरू होने से कुछ महीने पहले ही अपनी पहली बुक ‘बियॉन्ड द ब्लूज़: ए फर्स्ट-क्लास सीज़न लाइक नो अदर’ प्रकाशित की थी, जिसके चलते उन पर ही ‘फेक आईपीएल प्लेयर’ होने का आरोप लगा।
शाहरुख़ खान ने भी दी थी प्रतिकिया
इस घटना के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स ने बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) और ऑलराउंडर संजय बांगड़ को भारत वापस भेज दिया। इतना ही नहीं टीम के अन्य खिलाड़ियों के लिए लैपटॉप के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया। टीम के सहमालिक शाहरुख खान ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, “जो कोई भी इसके पीछे है वह स्पष्ट रूप से बहुत बीमार और घिनौनी मानसिकता का और हमारी टीम का हिस्सा होने का दिखावा करने के लिए उसके पास बहुत कम जानकारी है।”
बाद में पता चला कि इस मामले में आकाश चोपड़ा या संजय बांगड़ का कोई हाथ नहीं था, क्योंकि अनुपम मुखर्जी ने यूट्यूब पर एक वीडियो शेयर करते हुए अपनी ‘फेक आईपीएल प्लेयर की पहचान उजागर की।
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