देश में कोरोना वायरस की रफ़्तार बढ़ती ही जा रही है। राजधानी दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण के प्रतिदिन लगभग 2000 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। संक्रमण की रफ़्तार को देखते हुए रविवार को दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सभी स्कूलों को 31 अक्टूबर तक बंद रखने का निर्देश दिया है। अब दिल्ली के सभी स्कूल 31 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। वहीं केंद्र सरकार की ओर से 15 अक्टूबर से सभी स्कूलों को खोलने की छूट दे दी गई है। सभी को उम्मीद थी कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी स्कूल खोलने के आदेश देगी। हालाँकि इससे पहले केजरीवाल सरकार ने 5 अक्टूबर तक दिल्ली के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया था।
स्कूल खुलने को लेकर जारी किये आदेश
दिल्ली सरकार ने इससे पहले चार सितंबर को स्कूल खुलने को लेकर आदेश जारी किया था। आदेश किया गया था कि 30 सितंबर तक सभी स्कूल बंद हैं। कंटेनमेंट जोन से बाहर के कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को इस बात की इजाजत दी जाती है कि वे अपने स्कूल परिसर में जा सकते हैं और अपने शिक्षकों से मार्गदर्शन ले सकते हैं। यह इजाजत बिलकुल उनके स्वेच्छा पर है यानी अगर वे जाना चाहते हैं, तो जाये उन पर स्कूल जाने का कोई दबाव नहीं है।
जारी की गई गाइडलाइन
दिल्ली सरकार ने जो आदेश जारी किया था वह 21 सितंबर से प्रभावी है। लेकिन सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार बच्चों को स्कूल भेजने की इजाजत अभिभावकों को लिखित में देनी होगी। जो बच्चे 21 सितंबर के बाद अपने स्कूल जाना चाहते हैं उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किये गये गाइडलाइन का पालन करना होगा।
केंद्र सरकार के निर्देश
केंद्र सरकार ने पिछले दिनों अनलॉक 5 की गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि 15 अक्टुबर के बाद स्कूलों को खोलने पर विचार किया जा सकता है। केंद्र सरकार के इस निर्देश के बाद कई राज्यों जिनमें उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार और राजस्थान जैसे राज्य शामिल है इन्होंने बच्चों को स्कूल खोलने की तैयारी कर ली है। वही देखने वाली बात यह है कि अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजना नहीं चाहते हैं।