आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच से पहले कप्तान विराट कोहली के लिए टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन सिरदर्द बन चुकी है. इसमें खासतौर पर पेस गेंदबाजी विभाग की बात करें तो उसमें भारत के पास इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मो. सिराज और मो. शमी जैसे प्रतिभाशाली गेंजबाज मौजूद हैं, लेकिन अब सवाल ये खड़ा होता है कि इनमें से किन गेंदबाजो को टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में मौका दिया जाए.
खैर ये चिंता सिर्फ कप्तान कोहली के लिए ही नहीं बल्कि पूरी टीम मैनेजमेंट के लिए भी है, क्योंकि देखा जाए तो पिछले कुछ महीनों में ये चारों गेंदबाज ही भारतीय टीम के लिए सफल साबित हुए हैं. जिसमें मो. सिराज़ ने एक युवा गेंदबाज के तौर पर अधिक सफलता हासिल की है, तो ऐसे में अब टीम को अपने तीनों अनुभवी पेसर्स के साथ जाना चाहिए या फिर युवा सिराज को शामिल करना चाहिए इस पर सोच विचार की जरूरत है.
वहीं इसी सिलसिले में लगातार कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स भी अपनी राय देने में लगे हुए हैं इनमें भारतीय टीम के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का नाम भी शामिल है. भज्जी ने अपने हालियां बयान में टीम इंडिया को सलाह दी है कि उन्हें इशांत शर्मा को इस मुकाबले से बाहर रखना चाहिए और इसके पीछे की सटीक वजह भी भज्जी ने अपनी इस स्टेटमेंट में दी है तो आईए उसी को जानते हैं..
इशांत शर्मा के बजाए मो. सिराज को लेना चाहूंगा- भज्जी
भज्जी ने हाल ही में पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा “अगर मैं कप्तान हूं तो मैं 3 तेज गेंदबाजों को खिलाऊंगा और इसमें जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी तो जरूर शामिल होंगे लेकिन इस फाइनल में मैं इशांत शर्मा के बजाए मोहम्मद सिराज को लेना चाहूंगा, मैं मानता हूं इशांत शानदार गेंदबाज हैं लेकिन इस मैच के लिए मेरी पसंद सिराज हैं जिन्होंने पिछले दो वर्षों में अपनी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया है”
हरभजन मानते हैं कि खिलाड़ी की मौजूदा फॉर्म को हमेशा देखा जाना चाहिए और इस हिसाब से सिराज की फॉर्म इशांत शर्मा के मुकाबले ज्यादा अच्छी है. सिराज ने ब्रिसबेन में खेले गए टेस्ट मैच में 5 विकेट लेकर भारत की सीरीज जीत में काफी अहम भुमिका निभाई थी. इसीलिए मेरे लिहाज़ से मौजूदा फॉर्म को देखना चाहिए. सिराज की फॉर्म, रफ्तार और आत्मविश्वास फाइनल मैच के लिए उन्हें बेहतर विकल्प बनाता है.
भज्जी ने लास्ट में कहा कि, अगर पिच पर घास रहती है तो सिराज सामने वाली टीम के लिए घातक साबित होंगे, आप विश्वास करें सिराज को खेलना कीवी बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि वो गेंद से गति हासिल कर सकते हैं. मैंने देखा है, इस साल उन्होंने किस तरह एक्यूरेट यॉर्कर डाले हैं और लगातार सही स्पॉट पर एक के बाद एक गेंद फेंक रहे हैं साथ ही उनकी गति में भी बढ़ोतरी हुई है.
मो. सिराज का टेस्ट करियर
मोहम्मद सिराज के टेस्ट करियर की बात करें तो भारतीय टीम के इस पेसर ने 5 टेस्ट मैच खेले हैं. इसमें सिराज़ ने 2.82 की इकॉनमी रेट और 28.25 की औसत के साथ कुल 16 विकेट चटका लिए हैं और इस दौरान सिराज के नाम एक बार 5 विकेट हॉल भी है जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी की सरजमीं पर आया था. सिराज ने इस पारी में 73 रन देकर 5 विकेट हासिल की थी और भारत को सीरीज जिताने में अहम रोल निभाया था.