कोरोना वायरस की वजह से शेयर बाजार में आये दिन गिरावट नजर आ रही थी। समय बीतने के साथ-साथ शेयर बाजार अब गिरावट से तेज़ी से उबर रहा है। सोने के दाम में भी गिरावट देखने को मिली है। आए दिन सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। क्या सोना भी कोरोना काल से पहले वाली स्थिति में लौट आएगा। कीमतें 50 हजार रुपए के आसपास बनी हुई हैं। सितंबर के महीने तक सोना अपने रिकॉर्ड हाई से 5684 रुपए सस्ता हो चुका है। दिवाली तक 10 ग्राम सोने का भाव कितना रहेगा? आम आदमी के मन में ऐसे सवाल जरूर होंगे कि सोने की कीमतें कहां तक गिर सकती हैं।
सोने में गिरावट
कोविड -19 की वजह से दुनिया भर के स्टॉक मार्केट में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। फिलहाल धीरे-धीरे शेयर बाजारों में रिकवरी आ रही है और करेंसी मार्केट में भी रिकवरी देखने को मिली है। वहीं, कमोडिटी बाजार भी अच्छा कारोबार है, लेकिन सोने की कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। सर्राफा बाजार में सोना अपने ऑल टाइम हाई से 30 सितंबर तक 5684 रुपए प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है। चांदी भी अपने दाम से 16034 रुपए सस्ती हो चुकी है।
दिवाली तक ही रहेगा उतार-चढ़ाव
यदि आपको लगता है कि सोना सस्ता होगा या पहले वाले स्तर पर आ जाएगा तो ऐसा गलत है। साथ ही अगर शेयर बाजार की चाल के साथ सोने की चाल को देखेंगे तो गलती कर सकते है। सोने का भाव ऊंचाई से गिरकर 50,000 रुपए के दायरे में है, जबकि चांदी 60,000 रुपए के दायरे में है। आगे समय में इनमें उतार- चढ़ाव जारी रह सकता है। दिवाली तक सोने की दामों में कोई बड़ी तेजी या बड़ी गिरावट के आसार नहीं हैं। दिवाली पर भी सोना 50000-52000 रुपए प्रति 10 ग्राम की कीमत में रह सकता है।
सोने के दाम में अचानक से आ सकती है तेज़ी
सोने का सर्राफा बाजार में 7 अगस्त 2020 को भाव 56254 के ऑल टाइम हाई पर पहुंचा था। इसी दिन चांदी भी 76008 रुपए प्रति किलो का भाव छुआ था। सोने के दाम कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है इसलिए यह उम्मीद है कि सोना सस्ता हो सकता है। अब पूरी दुनिया लॉकडाउन के बाद फिर से अनलॉक हो रही है और सभी देश अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में लगे हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले साल तक डॉलर में मजबूती के साथ सोने की कीमतों में अचानक से तेजी देखने को मिल सकती है।