Masood Azhar: आतंकवाद को पालने-पोषने वाला मुल्क पाकिस्तान अब खुद दहशतगर्दी का शिकार हो रहा है। आए दिन वहां कहीं न कहीं आतंकी हमले हो रहे हैं और कई संगठन तो वहां की सेना और पुलिस के ठिकानो पर ही हमला कर रहे हैं। इस बीच वहां भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले और आतंकी वारदातों की साजिश रचने वाले इस्लामिक चेहरे भी मौत के घाट उतारे जा रहे हैं। कुछ दिन पहले मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) की मौत की खबर भी सामने आई थी और अब एक और आतंकी मसूद अजहर (Masood Azhar) की मारे जाने की खबरे सामने आ रही हैं।
मारा गया मोस्ट वांटेड आतंकी Masood Azhar!
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भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी और जेसे मोहम्मद प्रमुख मौलान मसूद अजहर (Masood Azhar) सोमवार को एक बम बिस्फोट में मारा गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जैशे मोहम्मद प्रमुख अजहर सुबह 5.00 बजे बहावलपुर मस्जिद से वापस जाते समय अज्ञात लोगों द्वारा किए गे बम बिस्फोट में मर गया। हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि मौलाना मंसूद अजहर आतंकी संगठन जैशे मोहम्मद का मुखिया था। पाकिस्तान में रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मोस्ट वांटेड आतंकवादी कंधार अपहरणकर्ता मौलाना मसूद अजहर आतंकी समूह जैशे मोहम्मद का प्रमुख भागलपुर मस्जिद से वापस जाते समय सुबह 5.00 बजे अज्ञात लोगों द्वारा किए गए विस्फोट में मारा गया है।
10 जुलाई 1968 को जन्मा था मसूद अजहर

मसूद अजहर (Masood Azhar) का जन्म 10 जुलाई 1968 को बहावलपुर पंजाब पाकिस्तान में हुआ था। विशेष रुप से मसूद अजहर उन आतंकवादियों में से एक था जिन्हें इंडियन एयरलाइंस की उड़ान 814 (1C814) के अपहरण के बाद रिहा करने की मांग की गई थी। मसूद अजहर ने 13 दिसंबर 2001 को संसंद पर आतंकी हमले की साजिश रची थी। रिपोर्ट से पता चलता है कि वह इस्लामाबाद में पाकिस्तानी डीप स्टेट की सुरक्षात्मक हिरासत में रहता था। 55 वर्षीय आतंकवादी शायद ही कभी बहावलपुर पाकिस्तान में रेलवे लिंक रोड पर स्थित अपने मदर्से से मार्कस ए उस्मान अली की यात्रा करता था।
भारत पर कई बार करवाया था हमला

दिल्ली पुलिस द्वारा 2001 के संसद हमले और पंजाब पुलिस द्वारा 2016 के पठानकोट एयर बेस हमले में आरोप पत्र दाखिल किया गया था। मसूद अजहर (Masood Azhar) ने भारत पर क्रूर आतंकी हमले करने के लिए जैशे मोहम्मद के अंदर का इस्तेमाल किया जिसमें 5 जुलाई 2005 को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर पर हमला भी शामिल है। 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ जवानों पर पुलवामा हमला, उसने 3 जनवरी 2016 को अफगानिस्तान के मजार शरीफ में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले का निर्देश दिया। वह अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन और तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का करीब सहयोगी था।
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