IPL 2022: आईपीएल का ख़िताब 4 बार अपने नाम करने वाली चेन्नई सुपर किंग्स की साल 2022 की शुरुआत काफी निराशाजनक रही. महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल शुरू होने से पहले कप्तानी छोड़ दी और उसके बाद धोनी अपने शुरूआती तीनों मैच में CSK को हार का सामना करना पड़ा. हाल ही में खेले गये चेन्नई और पंजाब के मैच में टीम को 54 रन के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा. इस मैच की में CSK की हार का सबसे बड़ा कारण टीम का सबसे बड़ा मैच विनर ही बन गया.
चेन्नई के “थल्ला” बने हार की वजह
चेन्नई के पंजाब के खिलाफ खेले गये मैच में टीम के पूर्व कप्तान ने सिर्फ एक गलती की जिसकी कभी उम्मीद भी नहीं की जाती है. और सिर्फ इस एक गलती के चलते सीएसके के हाथ से मैच फिसल गया. चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ बल्लेबाज़ी करने उतरी पंजाब के दो विकेट 14 रन पर ही गिर गये थे लेकिन उसके बाद आये लियाम लिविंगस्टोन ने को एक जीवनदान मिला जब MSD ने उनका एक कैच विकेट के पीछे छोड़ दिया.
मैच विनर बने मैच हारने की वजह
महेंद्र सिंह धोनी ने जब लियाम लिविंगस्टोन का कैच छोड़ा तब वो 45 रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे. इस जीवनदान के बाद लियाम लिविंगस्टोन ने 60 रन की आकर्षक पारी के साथ टीम को 180 रन के स्कोर पर पहुँचाना. इसी एक ड्राप कैच के चलते PBKS की टीम एक बड़े स्कोर तक पहुचं पायीं. लियाम लिविंगस्टोन 32 गेंदों पर 60 रन बनाकर आउट हुए, जिसमें 5 चौके और 5 छक्के शामिल रहे. महेंद्र सिंह धोनी लियाम लिविंगस्टोन का कैच छोड़कर चेन्नई सुपर किंग्स के लिए सबसे बड़े विलेन साबित हुए.
IPL 2022 में बल्ले से भी किया निराश
महेंद्र सिंह धोनी इंडिया में सबसे अच्छे फिनिशर के तौर पर देखे गये है लेकिन कल के मैच में उन्होंने कैच छोड़ने के अलावा बल्लेबाज़ी में भी निराश किया है. धोनी ने पंजाब के खिलाफ खेलते हुए सिर्फ 23 रन बनाये और उसके लिए भी 28 गेंदों का इस्तेमाल किया जो एक T20 मैच के हिसाब से बहुत ही धीमी पारी कही जा सकती है. 180 रन के स्कोर का पीछा करने उतरी CSK ने 36 रन पर ही अपने 5 विकेट खो दिए थे जिसके बाद धोनी क्रीज़ पर आये.
चेन्नई के खिलाडियों का फीका प्रदर्शन
अगर हम कल के मैच पर नज़र डाले तो रविन्द्र जडेजा की कप्तानी में खेल रही CSK ने कल बोलिंग और बैटिंग दोनों ही मामलों में निराश किया है. अगर हम शिवम् दुबे की 57 रूनकी पारी को हटा दे तो कोई भी खिलाडी प्रभावित करने में नाकाम रहा है. उथप्पा और ऋतुराज काफी जल्दी आउट हो गये और इसके बाद टीम के साथ जुड़े मोईन अली भी शुन्य पर आउट हो गये. इसके आलावा अम्बाती रायडू, धोनी, ब्रावो कोई भी बल्लेबाज़ी टीम को संभाल नहीं पाया. गेंदबाजी में भी यही कहानी रही है. क्रिस जोर्डन के अलावा कोई भी गेंदबाज़ कोई ख़ास छाप नहीं छोड़ पाया है. ब्रावो और मुकेश ने काफी रन लुटाये वही मोइन से बोलिंग ना करवाना भी समझ से परे रहा.
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