एके एंटनी

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आतंकी हमले की दूसरी बरसी पर कांग्रेस पार्टी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि देश पाकिस्तान और चीन दोनों मोर्चो पर युद्ध जैसी स्थिति का सामना कर रहा है। इसके इतर मोदी सरकार ने सेना का मनोबल कम किया है।

पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा, मोदी सरकार ने जो बफर जोन बनाया है, वो चीन के सामने सरेंडर करने जैसा है। उन्होंने कहा कि चीन सीमा से जवानों को पीछे हटाना आत्म समर्पण करने जैसा है।

मोदी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे रही है : एके एंटनी

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आतंकी हमले की दूसरी बरसी पर कांग्रेस पार्टी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने  रविवार को एक प्रेस वार्ता करके भारत-चीन सीमा विवाद समेत कई मोर्चो पर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि, “मोदी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे रही  है”।

पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा, “यह पहली बार है, जब देश को एक साथ दो मोर्चों पर युद्ध जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ पाकिस्तान है, तो दूसरी तरफ विस्तारवादी चीन जो एक नई मुश्किल बन गया है”।

उन्होंने कहा कि, “चीन अरुणाचल प्रदेश से लेकर लद्दाख तक सैन्य निर्माण कर रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल रक्षा बजट भी कम है। यह सेना के साथ धोखा है। मोदी सरकार ने देश की सेना का मनोबल गिराया है”।

हमने अपनी पारंपरिक जमीन खो दी है: एके एंटनी

एके एंटनी

पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि, “हमारी सेना वास्तिव नियंत्रण रेखा पर फिंगर-8 तक पेट्रोलिंग किया करती थी और चीन की सेना फिंगर 4 तक पेट्रोलिंग करती थी। फिंगर 4 से फिंगर 8 तक का इलाका विवादित था। लेकिन अब चीन की सेना फिंगर 8 के इलाके तक आ सकती है। भारत के पास फिंगर 4 पर भी पोस्ट है, लेकिन भारतीय सेना फिंगर 3 तक ही पेट्रोलिंग कर पायेगी”।

उन्होंने कहा कि, “यह पूरी तरह से सरेंडर है। हमने अपनी पारंपरिक जमीन खो दी है। हमने अपने हित खो दिए हैं”।

पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा, “डिसएंगेजमेंट और बफर जोन का फैसला चीन के सामने हथियार डालने जैसा है। मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि, “गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो और हॉट स्प्रिंग में यथास्थिति बहाल करने के लिए मेदी सरकार ने क्या कदम उठाये है”?