पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी पर पाकिस्तान से लेकर अमेरिका तक में चर्चा हो रही है, देश ही नहीं विदेश के भी कई नामी लोगों से समर्थन मिल रहा है। लोग उन्होंने रिहा करने की मांग कर रहे हैं। अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस ने भी दिशा रवि को रिहा करने की मांग की है। चलिए जानते हैं और किसने किसा नामी हसती ने दिशा के बारे में क्या कहा है।
क्यो हो रही है दिशा रवि को रिहा करने मांग
शनिवार शाम दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ‘टूलकिट मामले’ में बेंगलुरु से दिशा रवि को गिरफ्तार किया था। रविवार को दिल्ली की एक अदालत ने दिशा को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। हालांकि, दिशा रवि को पुलिस हिरासत में भेजे जाने पर कई कानून के जानकरों ने सवाल उठाये हैं। लिखा जा रहे है कि, ‘महिला का प्रतिनिधत्व करने के लिए कोर्ट में वकील की मौजूदगी सुनुश्चित किये बिना, जज ने उन्हें पांच दिन की पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश कैसे दें दिया?’
सोशल मीडिया पर दिशा के समर्थन में भी बहुत से लोगों ने लिखा है, और उन्हें रिहा करने की बात की है। समाचार एजेंजी पीटीआई के अनुसार, संयुक्त किसान मोर्चा ने भी पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस की आलोचना की है और उन्हें जल्द रिह करने की मांग की है।
Samyukta Kisan Morcha condemns arrest of climate activist #DishaRavi by Delhi Police in toolkit case, demands her immediate release
— Press Trust of India (@PTI_News) February 14, 2021
विदेशों से भी उठ रही दिशा रवि को रिहा करने की मांग
अमेरिक की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस ने ट्वीट किया है, “भारतीय अधिकारियों ने एक और युवा महिला कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है”। उन्होंने लिखा है, “22 साल की दिशा रवि को इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर किसानों के आंदोलन का समर्थन करने वाली एक टूलकिट शेयर की थी”। उन्होंने लिखा है, “भारत की सरकार यह सवाल किया जाना चाहिए कि वो क्यों कार्यकर्ताओं को चुप कराने की कोशिश कर रही है”।
https://twitter.com/meenaharris/status/1361012734477828098
ब्रिटेन की सांसद ने भी किया दिशा का समर्थन
ब्रिटेन की सांसद क्लॉडिया वेब्बे ने भी दिशा रवि के समर्थन में ट्वीट किया है उन्होंने लिखा है, “दिशा रवि एक पर्यावरण कार्यकर्ता हैं। वे भारत में साफ हवा, स्वच्छ पानी और रहने लायक वातावरण के लिए लड़ती हैं”। उन्होंने लिखा है, “किसानों का समर्थन करने के लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। चुप रहना कोई विकल्प नहीं है। हम सभी को इस कार्यवाई के खिलाफ बोलना चाहिए”।
Disha Ravi is 21 yrs
A climate activist from India she campaigns for clean air, clean water and a liveable planet
She is now facing state sanctioned violence for peacefully supporting farmers
Silence is not an option we must all condemn this act of suppression#FarmersProtest
— Claudia Webbe (@ClaudiaWebbe) February 14, 2021
पाकिस्तान से भी आई है प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ‘पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी’ ने भी दिशा रवि के समर्थन में ट्वीट किया है, पार्टी ने लिखा है, “मोदी और आरएसएस का राज इस बात में विश्वास रखता है कि उनके खिलाफ उठने वाली सभी आवाजो को दबा दिया, जैसा उन्होंने कश्मीर में किया। अपनी बात कहने के लिए भारतीय क्रिकेटरों और बॉलिवुड के कलाकारों का इस्तेमाल करना वैसे भी बेशर्मी की बात थी, लेकिन अब उन्होंने टूलकिट दस्तावेज को आधार बनाकर दिशा रवि को भी गिरफ्तार कर लिया है”।

भारत में भी दिशा को रिहा करने की मांग हो रही है।
कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी दिशा रवि के समर्थन में ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा है, “डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से”।
डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से
फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से#ReleaseDishaRavi #DishaRavi#IndiaBeingSilenced— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 15, 2021
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी दिशा के समर्थन में ट्वीट करके लिखा है, “22 साल की दिशा रवि की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला है। किसानों का साथ देना कोई अपराध नहीं”।
Arrest of 21 yr old Disha Ravi is an unprecedented attack on Democracy. Supporting our farmers is not a crime.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 15, 2021
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और ‘बेंगलुरु सेंट्रल’ संसदीय क्षेत्र से पार्टी के सांसद पीसी मोहन ने पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की तुलना मुंबई के 26/11 हमले में पकड़े गए पाकिस्तानी चरमपंथी मोहम्मद अजमल आमिर कसाब से की है। पीसी मोहन ने ट्वीटर पर लिखा है, “बुरहान वानी भी 21 वर्ष का था। अजमल कसाब भी 21 वर्ष का था। बस उम्र एक संख्या है। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। कानून को अपना काम करने दीजिए। एक अपराध, हमेशा अपराध ही रहेगा”।
Burhan Wani was a 21-year-old.
Ajmal Kasab was a 21-year-old.
Age is just a number!
No one is above the law.
Law will take its own course.
A Crime is a crime is a crime is a crime.#DishaRavi pic.twitter.com/m6eRwAnMuf
— P C Mohan (@PCMohanMP) February 14, 2021