कल हरियाणा के जींद में किसानों के मुद्दों को लेकर एक महापंचात को राकेश टिकैत ने संबोधित किया, महापंचायत को सम्बोधित करते वक्त भारी संख्या में किसानों के इकठ्ठा होने की वजह से मंच टूट गया, जिससे राकेश टिकैट मंच से नीचे गिर गए, और उन्हें हल्की चोट भी लगी।
राकेश टिकैत ने कहा किसान भाग्यवान हैं
हरियाणा के जींद में किसान आंदोलन के समर्थन में महापंचायत दौरान मंच टूट गया। जिस वक्त मंच टूटा उस वक्त किसान नेता राकेश टिकैत मंच पर मौजूद थे। मंच टूटने पर उन्होंने कहा, “पंचायत में मंच टूट गया, अच्छा हुआ, भाग्यवान लोगों के मंच टूटते हैं, ये लोग भी वही हैं, और ये ट्रैक्टर भी वही हैं”।
महापंचायत में तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि यह आंदोलन धीमा नहीं होगा। इस आंदोलन का कोई नेता नहीं हैं, इसके किसान हैं”।
हरियाणा के जींद में किसानों ने महापंचायत क्यों की
पंचायत में मंच टूट गया, अच्छा हुआ, भाग्यवान लोगों के मंच टूटते हैं… ये लोग भी वही हैं, ये ट्रैक्टर भी वही हैं। वचन वही है हमारे 40 लोग (संयुक्त किसान मोर्चा) ही फैसला करेंगे, सरकार से बातचीत करेंगे: राकेश टिकैत, जींद में महापंचायत के बाद #FarmersProtest pic.twitter.com/8ST0FBfPVI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 3, 2021
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 2 महीनों से ज्यादा से दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन कर रहें हैं, और केंद्र सरकार से तीनों कानूनों को रद्द कराने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच हरियाणा के जींद में किसानों ने एक महापंचायत का आयोजन किया, इस महापंचायत में कई खाप नेताओं ने भाग लिया। इसका आयोजन टेकराम कंडेला की अगुवाई में सर्व जातीय कंडेला खाप ने किया था।
महापंचायत में राकेश टिकैत ने बोलते हुए कहा कि, “ये आंदोलन धीमा नहीं होगा, आंदोलन लंबा चलेगा। हमारे जिन किसान प्रतिनिधियों से सरकार बातचीत कर रही थी, उनसे सरकार बातचीत करना जारी रखे, जो भी वो कहेंगे वो हम वही करेंगे”।
राकेश टिकैत ने कहा, “इस आंदोलन का कोई नेता नहीं है, इसके नेता किसान हैं, गांव के लोग है। लेकिन सरकार ने इनको रोक रखा है, आंदोलन चलेगा इसलिए हम आए हैं। हमारी ये लड़ाई जमीन बचाने की लड़ाई है। हम अनाज और रोटी को तिजोरी में बंद नहीं होने देंगे, इस आंदोलन को दबाया नही जा सकता है ये लम्बा चलेगा”।
और किस नेता ने क्या कहा
महापंचायत में मौजूद किसान नेता संसार सिंह ने कहा, “किसान बहुत मुसीबत में हें। मोदी जी और मनोहर लाल खट्टर जी किसानों को झूठा आश्वासन दे रहे हैं। कानून आगर वापस नहीं हुए तो हम भी वापस नहीं जाएंगे”।
एक और किसान नेता निर्मल सिंह ने कहा, “किसान पहले ही कह चुके हैं कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती है तब तक हम डटे रहेंगे और अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे।
किसान नेता राकेश टिकैत दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतेजाम कर रखे हैं। राकेश टिकैत ने किसानों का समर्थन जुटाने के लिए जींद में महापंचायत में भाग लिया।