Sourav Ganguly: इंडियन क्रिकेट टीम ने विराट कोहली के तीनो फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने के बाद रोहित शर्मा को कप्तान बनाया गया था. पर अगर आंकड़े देखें तो पिछले साथ महीनों में इंडियन टीम के लिए 7 अलग अलग कप्तान बनाये गये है. वेस्टइंडीज़ के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज के लिए स्क्वाड जो घोषित किया था उस टीम की कमान शिखर धवन को दी गयी है. ऐसे में BCCI को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है. ऐसे में BCCI प्रेसिडेंट सौरव गांगुली ने चुप्पी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है. उनके अनुसार बार बार कप्तान बदलना टीम के लिए अच्छा नहीं है.
सात अलग कप्तान रखना अच्छा नहीं है – Sourav Ganguly
सोशल मीडिया पर आलोचना झेलने वाले इंडियन क्रिकेट बोर्ड के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने बार बार कप्तान बदलने के सवाल पर पहले बात जवाब दिया है. उन्होंने बातचीत के दौरान कहा, “मैं पूरी तरह से सहमत हूं कि इतने कम समय में सात अलग कप्तान रखना आदर्श नहीं है लेकिन ऐसा इसलिए हुआ क्याोंकि कुछ अपरिहार्य परिस्थितियां पैदा हुई. जैसे रोहित सफेद गेंद क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका में अगुआई करने वाले थे लेकिन दौरे से पहले वो चोटिल हो गए. इसलिए राहुल ने वनडे में कप्तानी की और फिर हाल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज शुरू होने से एक दिन पहले राहुल चोटिल हो गए.”
वर्ल्डलोड मैनेजमेंट भी जरुरी
टीम में सीनियर खिलाडियों को आराम दिए जाने पर भी बात की. उन्होंने (Sourav Ganguly) कहा,“इंग्लैंड में रोहित अभ्यास मैच खेल रहा था जब उसे कोविड-19 संक्रमण का पता चला. इन हालात के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. कैलेंडर इस तरह का है कि हमें खिलाड़ियों को ब्रेक देना होता है और फिर किसी को चोट भी लग जाती है तो हमें वर्कलोड मैनेजमेंट को भी देखना होता है. आपको मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की परिस्थिति को भी समझना होगा कि हर सीरीज में अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण हमें नया कप्तान रखना पड़ा.”
गांगुली (Sourav Ganguly) से जब पूछा गया कि क्या आगामी सीरीज या टूर्नामेंट खिलाड़ियों को वर्कलोड मैनेजमेंट के मुद्दों के कारण कई ब्रेक लेते देख सके हैं तो उन्होंने कहा, “अपने पूरे अंतरराष्ट्रीय करियर में मेरा मानना रहा है कि जितना आप खेलोगे, उतना बेहतर होगे और उतना ही फिट होगे. इस स्तर पर आपको ‘गेम टाइम’ चाहिए और आप जितने ज्यादा से ज्यादा मैच खेलोगे, उतना आपका शरीर मजबूत होगा.”
पूर्व क्रिकेटर ने आईपीएल के बारे में भी बात करते हुए कहा, “हां, आईपीएल 2008 से शुरू हुआ लेकिन मैं चाहूंगा कि आप देखें कि हमने अपने करियर में कितना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है. अगर आप तुलना करो तो कैलेंडर वर्ष में भारतीय टीम के लिये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का स्तर ज्यादा नहीं बढ़ा है. हमने काफी वनडे क्रिकेट खेला इसलिये अगर आप देखोगे तो अंतरराष्ट्रीय मैचों के दिन की संख्या लगभग समान ही है.”
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