अपनी रफ्तार से पूरी दुनिया में तहलका मचाने वाले उमरान मलिक (Umran Malik) अब टीम इंडिया की नीली जर्सी में नजर आने वाले है। बता दें 157 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंजबाजी करते हुए उमरान ने आईपीएल 2022 में 22 विकेट अपने नाम किए। वहीं उन्हें अपनी इस मेहनत का फल मिल गया है, भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका में उमरान मलिक को टीम इंडिया में जगह मिल गई है, ऐसे में इसी बीच जब उनसे उनके पिता के फल बेचने को लेकर सवाल किए गए तो उमरान ने सादगी भरे अंदाज में इसका जवाब दिया। आइये जानते है इस आर्टिकल के जरिए Umran Malik ने क्या कहा?
नशा न ले Umran Malik, पिता को था इस बात का डर

दरअसल आईपीएल 2022 उमरान मलिक के लिए ऐसा सीजन रहा, जहां से उमरान की किस्मत ही चमक गई है। इस समय उमरान मलिक (Umran Malik) एक ऐसा नाम बन गए हैं, जो भारत के हर घर में चर्चा का विषय बन गया है। वहीं भारत में क्रिकेट फैंस को उमरान मलिक को नीली जर्सी में देखने का बेसर्बी से इंतजार है।
बता दें Umran ने आईपीएल 2022 में सबसे तेज गेंद फेंककर भारत के सबसे तेज गेंदबाज बन गए। वहीं हाल ही में उन्होंने एक बात का खुलासा किया है उन्होंने बताया कि उनके पिता को डर था कि कहीं उनका बेटा नशा ना करने लगे। लेकिन उमरान मलिक ने बताया कि उन्होंने अपने पिता को भरोसी दिया कि वो नशे की ओर कभी नहीं छोड़गे उन्हें सिर्फ और सिर्फ क्रिकेट की लत हैं।
पिता के फल बेचने वाले सवाल पर दिया ये जवाब

बता दें उमरान मलिक की घातक गेंदबाजी का नजारा आईपीएल 2022 में अच्छे से देखा गया है, जहां उनकी तेज रफ्तार गेंदों के आगे बड़े से बड़े बल्लेबाज के पसीने छूट गए थे। वहीं अब हाल ही में द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान जब उमरान मलिक से पूछा गया था कि क्या आप चाहते हैं कि आपके पिता फल बेचना छोड़ दें, तो इस सवाल का जबाव देते हुए उमरान ने कहा था कि,
‘पिछले 70 सालों से यह बिजनेस हमारे परिवार का हिस्सा रहा है. मेरे दादा पिता और चाचा सभी यही काम करते हुए आ रहे हैं. ऐसा नहीं है अगर मैं टीम इंडिया के लिए खेल रहा हूं तो मेरे पिता काम करना बंद कर देंगे. मेरे पिता मुझसे हमेशा यही कहते हैं कि हम वहीं रहेंगे जहां से हम उठे हैं और मैं एक मध्यम परिवार से आता हूं.’
‘मेरे परिवार ने क्रिकेट खेलने के लिए किया फुल स्पोर्ट’

कहते है न अगर परिवार का साथ हो तो किसी भी मुश्किलों का सामना करना आसान हो जाता है। आज उमरान मलिक जिस मुकाम पर पहुंचे है उसमें उनके परिवार ने उनका खूब स्पोर्ट किया है। इसके साथ ही उमरान ने बताया,
‘मुझे क्रिकेट खेलने के लिए मेरे माता-पिता और बहनों ने काफी सपोर्ट किया हैं. खासकर बहनों ने मुझे अधिक सपोर्ट किया. मैं जानता था कि अगर मैं माता-पिता से कहूंगा कि मैं खेलने जा रहा हू, तो वह मुझे कभी भी अमुमती देने से मना नहीं करते थे. मैं जब तक क्रिकेट खेल कर वापस नहीं आ जाता था. जत तक वह अपने कमरे में सोने नहीं जाते थे. और फिर मैं अपनी बहनों से कहता था प्लीस दरवाजा खोलो’