आखिर कौन हैं जिसे Nda ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इन से क्या हो सकता हैं फायदा?
आखिर कौन हैं जिसे NDA ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इन से क्या हो सकता हैं फायदा?

भारत में कुछ ही दिनों में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव के लिए विपक्ष ने भी अपने उम्मीदवार को खड़ा कर दिया हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को अपना उम्मीदवार बना के विपक्ष के खिलाफ खड़ा किया हैं। जिसके बाद से ही हर कोई द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं। इस लेख के जरिये भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के घोषणा पत्र से लेकर हम आज द्रौपदी मुर्मू के विषय में बताएंगे की आखिर द्रौपदी मुर्मू कौन हैं?

NDA ने Draupadi Murmu को बनाया राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार

आखिर कौन हैं जिसे Nda ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इन से क्या हो सकता हैं फायदा?
आखिर कौन हैं जिसे Nda ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इन से क्या हो सकता हैं फायदा?

आपको बता दें कि हाल ही में आगामी राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार के लिए भाजपा पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में इस बात का फैसला लिया गया था। इस बैठक में भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने अपने पार्टी के उम्मीदवार की घोषणा करते हुए कहा था कि,

“पहली बार किसी महिला आदिवासी प्रत्याशी को वरीयता दी जा रही हैं। हम आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को एनडीए के उम्मीदवार के रूप में घोषित करते हैं। निर्वाचित होने पर, 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू भारत की राष्ट्रपति बनने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी।”

आखिर कौन हैं राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू?

आखिर कौन हैं जिसे Nda ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इन से क्या हो सकता हैं फायदा?
आखिर कौन हैं जिसे Nda ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इन से क्या हो सकता हैं फायदा?

आपको बताते चले कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए खड़ी की गई द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ था और उनके पिता का नाम  बिरंची नारायण टुडू है। राजनीतिज्ञ होने के अलावा वह अनुसूचित जनजाति समुदाय से हैं। वहीं द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के आदिवासी परिवार में जन्मीं झारखंड की नौवीं राज्यपाल रह चुकी हैं। राज्यपाल बनने से पहले वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्य रही भी रह चुकी हैं। साथ ही वह अपना पांच साल का कार्यकाल (2015-2021) पूरा करने वाली झारखंड की पहली राज्यपाल हैं बनी हैं।

द्रौपदी मुर्मू संभाल चुकी हैं ये पद

आखिर कौन हैं जिसे Nda ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इन से क्या हो सकता हैं फायदा?
आखिर कौन हैं जिसे Nda ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इन से क्या हो सकता हैं फायदा?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के समय 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रही हैं। इसके साथ ही वह अगस्त, 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री का पद भी संभाल चुकी हैं

भाजपा को आखिर क्या फायदा होगा मुर्मू के राष्ट्रपति होने पर ?

आखिर कौन हैं जिसे Nda ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इन से क्या हो सकता हैं फायदा?
आखिर कौन हैं जिसे Nda ने राष्ट्रपति पद के लिए बनाया उम्मीदवार?, आने वाले समय में भाजपा को इनसे से क्या हो सकता हैं फायदा?

राष्ट्रपति चुनाव भाजपा उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू  (Draupadi Murmu) ने अपने करियर की शुरूआत बतौर शिक्षक की थी। इसके बाद ही उन्होंने 1997  में ओडिशा की राजनीति में एंट्री ली थी। सबसे पहले उन्होंने मयूरभंज (2000 और 2009) के रायरंगपुर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और विजय प्राप्त की। उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में राजनीतिक पार्टी में कई प्रमुख पदों पर रह कर काम किया हैं। उन्होंने 2013 से 2015 तक भगवा पार्टी की एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के पद की भूमिका भी अच्छे से संभाली थी

द्रौपदी मुर्मू को अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने विपक्ष के खिलाफ अपना पलड़ा भारी रखने का काम किया हैं। साथ ही द्रौपदी मुर्मू महिला मतदाताओं को पार्टी की ओर आकर्षित करने का काम करेंगी और आने वाले हर चुनाव में पार्टी को और मजबूती मिल सकती हैं।