वनडे वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) इस साल भारत की मेजबानी में खेला जाएगा. इसके लिए आईसीसी ने मंगलवार 27 जून, को 12 बजे शेड्यूल का ऐलान कर दिया है. 5 अक्टूबर से इस टूर्नामेंट का आगाज होगा और 19 नवंबर को फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. इस बार टीम इंडिया के पास अपने घर में लंबे समय बाद आईसीसी ट्रॉफी जीतने का अच्छा मौका होगा. इसके लिए भारतीय टीम को एक परफेक्ट प्लेइंग इलेवन चुननी होगी, जो वर्ल्ड कप (World Cup 2023) चैंपियन बनाने में टीम की मदद करें. खासकर टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर पर ज्यादा ध्यान देना होगा और मध्यक्रम में किसे जगह मिलेनी चाहिए ये फैसला करना काफी सिरदर्द होगा. क्योंकि भारत के पास कई खिलाड़ी मौजूद हैं. जो अभी से ही सिरदर्द बने हुए हैं.
मध्यक्रम बना चयनकर्ताओं के सिरदर्द
वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) में विराट कोहली की नंबर-3 पर जगह पक्की है. ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या फिनिशर के तौर पर अहम भूमिका निभाएंगे. वहीं केएल राहुल बतौर विकेटकीपर इस टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया का हिस्सा बन सकते हैं. वहीं संजू सैमसन भी बड़े दावेदार के रूप में मध्यक्रम में बाकी खिलाड़ियों को टक्कर देंगे. उनके वनडे में आंकड़े भी अच्छे हैं. उन्होंने 50 ओवर फॉर्मेट की 10 पारियों में 66 की औसत और 104 के स्ट्राइक रेट से 330 रन बनाए हैं.
सैमसन में खास बात यह है कि वो पेस के साथ-साथ स्पिन खेलने के खिलाफ अच्छा खेलते हैं. जो भारतीय टीम के लिए फायदेमंद है. क्योंकि ये टूर्नामेंट टीम इंडिया को अपने ही घर में खेलना है और यहां की पिचे स्पिन गेंदबाजी के लिए काफी मददगार होती हैं. वहीं टीम के सामने मिडिल ऑर्डर में श्रेयस अय्यर और सूर्यकुमार यादव में से किसी एक का चयन करना सेलेक्टर्स के लिए बड़ी माथापच्ची का काम होगा.
वनडे में अय्यर का पलड़ा भारी, सूर्या का खराब प्रदर्शन बड़ा उनके रास्ते का रोड़ा
बात करें श्रेयस अय्यर की तो बीते कुछ समय से वो इंजरी के कारण टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. लेकिन, वनडे प्रारूप में उनका रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है. खासकर भारतीय सरजमीं पर उन्होंने अपने प्रदर्शन से अलग छाप छोड़ी है. श्रेयस अय्यर भी स्पिन के खिलाफ अच्छा खेलते हैं. अभ तो उन्होंने वनडे फॉर्मेट में 46.6 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए रन बनाए हैं. अब तक भारतीय टीम की ओर से वो दो शतक भी जड़ चुके हैं.
इसके अलावा टी20 में बल्ले से आतंक मचाने वाले सूर्यकुमार यादव की बात करें तो वनडे फॉर्मेट में काफी फीके दिखे हैं. इस प्रारूप में अभी तक अपनी छाप छोड़ने में सूर्या नाकामयाब रहे हैं. उन्होंने कुल एकदिवसीय मुकाबले हैं. इन मैचों की 21 पारियों में उन्होंने 24.05 की औसत से सिर्फ 433 रन बनाए हैं. इतना ही नहीं 23 मैच में सिर्फ 2 ही अर्धशतक जड़ चुके हैं. ऐसे में चयनकर्ताओं के लिए वर्ल्ड कप (World Cup 2023) में मध्यक्रम का चुनाव करना बड़ा सिरदर्द बनने वाला है.