दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख (Asha Parekh) अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए जानी जाती हैं। बेशक से समय के साथ उनकी उम्र ढल गई हैं लेकिन आज भी लोग उनकी खूबसूरती और अभिनय को नहीं भूले हैं।
आशा (Asha Parekh) ने अपने करियर में कई शानदार फिल्मों में काम किया था। जिस में घराना, जिद्दी, उपकार, आया सावन झूमके, कटी पतंग, मेरा गांव मेरा देश, कालिया और घर की इज्जत सहित जैसी कई फिल्में शामिल हैं।
Asha Parekh ने ली भारतीय शास्त्रीय नृत्य की शिक्षा
दरअसल आशा पारेख (Asha Parekh) ने अपने करियर की शुरूआत बतौर बाल कलाकार के रूप में की थी। उनके काम की वजह से ही उन्हें साल 1992 में पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया था। 2 अक्टूबर 1942 को जन्मी आशा को उनकी मां ने बहुत की कम उम्र में भारतीय शास्त्रीय नृत्य की शिक्षा देनी शुरू कर दी थी। एक्ट्रेस ने पंडित बंसीलाल भारती सहित कई महान शिक्षकों से नृत्य सीखा था।
इस फिल्म से की अपने करियर की शुरूआत
बता दें कि फिल्मों में आशा पारेख (Asha Parekh) को पहला मौका लेखक-निर्देशक नासिर हुसैन ने फिल्म ‘दिल देके देखो’ में दिया था। इस फिल्म में एक्ट्रेस के साथ अभिनेता शम्मी कपूर के मुख्य भूमिका में नजर आए थे। वहीं फिल्म रिलीज के बाद लोगों के बीच हिट रही और आशा रातों – रात एक बड़ा सितारा बन गई और। जिसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया।
केंद्रीय मंत्री ने की आशा के नाम की घोषणा
गौरतलब हैं कि आशा (Asha Parekh) को साल 2022 में दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से दादासाहेब फाल्के अवार्ड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड्स (Dadasaheb Phalke International Film Festival Awards) से नवाजा जाएगा। इस बात की जानकारी हाल ही में खुद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी हैं। बता दें कि इस बार 30 सितंबर को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह (National Film Awards Ceremony) का आयोजन किया जाएगा।
यह भी पढ़िये :
अपने प्यार की तलाश में ताउम्र कुंवारी रह गई थी Asha Parekh, इस शख्स से करना चाहती थी शादी|