ओम पुरी हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता थे। इनका जन्म 18 अक्टूबर 1950 में अम्बाला, पंजाब (अब हरियाणा) में हुआ। इन्होने ब्रिटिश तथा अमेरिकी सिनेमा में भी योगदान किया है। ये पद्मश्री पुरस्कार विजेता भी हैं, जो कि भारत के नागरिक पुरस्कारों के क्रम में चौथा पुरस्कार है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने ननिहाल पंजाब के पटियाला से पूरी की। 1976 में पुणे फिल्म संस्थान से शिक्षा लेने के बाद ओमपुरी ने लगभग डेढ़ वर्ष तक एक स्टूडियो में अभिनय की शिक्षा दी। बाद में ओमपुरी ने अपने निजी थिएटर ग्रुप “मजमा” की स्थापना की।
ओम पुरी पंजाब फैमिली में अंबाला में पैदा हुए थो। उनके पिता रेलवे और भारतीय सेना में काम करते थे। जैसा कि उनके पास कोई जन्म प्रमाण पत्र या अभिलेख नहीं था, उनके परिवार को उनके जन्म और जन्म के बारे में अनिश्चित था, हालांकि उनकी मां ने उन्हें बताया कि वह हिंदू त्योहार दशहरा के दो दिन बाद पैदा हुए थे। जब उन्होंने अपनी पढ़ाई शुरू की, तब उनके चाचा ने 9 मार्च 1 9 50 को अपने “आधिकारिक” जन्मदिन के रूप में, हालांकि, जब वह बॉम्बे में चले गए तब पुरी ने 1950 में दशहरा मनाने के लिए 18 अक्टूबर के रूप में अपनी जन्म तिथि के रूप में मनाने लगे।
कैसा था फिल्मी सफर
ओम पुरी ने अपने फ़िल्मी सफर की शुरुआत मराठी नाटक पर आधारित फ़िल्म ‘घासीराम कोतवाल’ से की थी. वर्ष 1980 में रिलीज फ़िल्म “आक्रोश” ओम पुरी के सिने करियर की पहली हिट फ़िल्म साबित हुई। पुरी की पहली फ़िल्म चोर चोर छप जा, एक बच्चों की फ़िल्म थी। इस समय के दौरान, समाप्त करने के लिए उन्होंने अभिनेता स्टूडियो में भी काम किया, जहां गुलशन ग्रोवरंद जैसे भविष्य के कलाकार अनिल कपूर उनके छात्र होंगे। इसके बाद से ओम पूरी को कई फिल्में मिली।
ओम पुरी ने बनाए थे नौकरानी से संबंध
ओमपुरी साहब बेवाकी के लिए जाने जाते थे। वह हर मुद्दों पर खुलकर बात करते थे। एक बार जब इंटरव्यू में उनसे सवाल किया गया कि आपके 55 साल की उम्र की औरत के साथ संबंध थे। क्या यह सही है। तो उन्होंने जवाब दिया था कि भाई मेरे इसमें 14 साल के लड़के का कसूर है या 55 साल की औरत का।
सूत्रों के अनुसार ओमपुरी साहब की आत्मकथा उनकी पत्नी नंदिता पूरी ने लिखी है, जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है। बुक में लिखा गया है कि जब ओमपुरी साहब महज 14 वर्ष के थे तब उनके संबंध 55 वर्ष की औरत के साथ था। आगे बताया गया है कि ओमपुरी साहब को एक 55 वर्ष की औरत से प्यार हो गया था। एक दिन लाइट चली गई थी तो मौका देखते ही नौकरानी ने ओमपुरी साहब को पकड़ लिया और उनके साथ संबंध बनाए।
यह पूरा वाक्या ओमपुरी के मामा के घर हुआ था। ओमपुरी की पत्नी नंदिता ने अपनी बुक में यह भी जिक्र किया था जब ओमपुरी साहब 37 वर्ष के थे, तब उनके संबंध उनसे 5 साल छोटी एक नौकरानी के साथ थे। उनकी पत्नी के अनुसार ओम पुरी का झुकाव ज्यादा उमर की स्त्रियों के प्रति अधिक था। उन्होंने अपने जीवन में दो शादियां की थी। पहली पत्नी का नाम सीमा था। जबकि दूसरी पत्नी उनकी नंदिता पुरी हैं।