बॉलीवुड़ में काका के नाम से प्रचलित राजेश खन्ना काफी मशहूर हिरो रहे है। कहा जाता था कि इस सुपरस्टार के ऊपर एक कहावत कहीं जाती थी की ‘ऊपर आका और नीचे काका’ । राजेश खन्ना ‘नई दिल्ली’ लोकसभा सीट से 5 वर्ष तक कांग्रेस पार्टी के सांसद रहे हैं। बाद में उन्होंने राजनीति को बाय-बाय बोल दिया। कहा जाता है कि राजेश खन्ना की अभिनय के लोग इस तरह कायल थे कि उनके लिए कुछ भी करने के लिए गुजर जाते थे। उनका गर्दन टेढ़ा करने के स्टाइल लोगों के बीच इस तरह मशहूर था कि लोगों ने ज्यादातर लड़को के नाम राजेश रख डाला, लेकिन क्या आप जानते है कि राजेश खन्ना के दमाद और बॉलीवुड़ के मिस्टर खिलाड़ी ने किस तरह अपनी जगह बनाई है। इनके कुछ एक किस्से के बारे में आज हम आपकों अपने आर्टिकल के जरिए बताएंगे।
क्या था किस्सा
बात 1990 के आसपास की है। राजेश खन्ना ने ‘जय शिव शंकर’ फिल्म बनाने की घोषणा की और उसमें बतौर हीरोइन डिम्पल कपाड़िया को लेकर सबको चौंका दिया। डिम्पल और राजेश की राहें उस वक्त जुदा हो चुकी थी। फिल्म में जीतेंद्र को भी लिया गया और एक युवा हीरो की तलाश थी। यह बात अक्षय कुमार को पता चली, जो उन दिनों निर्माताओं और स्टुडियो के चक्कर काटा करते थे ताकि उन्हें किसी फिल्म में काम मिले।
वे राजेश खन्ना से जय शिव शंकर में काम मांगने के लिए उनके दफ्तर पहुंचे। काका अपने केबिन में थे और काम मांगने आए कुछ नौजवानों से मिल रहे थे। अक्षय तीन-चार घंटे तक बैठे रहे और उनका नंबर नहीं आया। आखिर में उन्हें बताया गया कि अब राजेश खन्ना नहीं मिलेंगे। मायूस होकर अक्षय लौट गए। उन्होंने उस दिन सोचा भी नहीं था कि जो इंसान आज उनसे मिला नहीं, उसी के वे एक दिन दामाद बनेंगे।
रंग लाई अक्षय की मेहनत
अक्षय ने अपने करियर पर पूरा फोकस लगा कर काम किया और बहुत कम समय में बॉलीवुड़ में अपना सिक्का जमा लिया।
साथ ही साथ जिनसे वो काम मांगने गए थे यानि की राजेश खन्ना की बेटी से ट्विंकल खन्ना से 17 जनवरी 2001 को शादी रचा ली।