नई दिल्ली- देर रात तक जगने और सुबह जल्दी उठने को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। कई एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि सोने के लिए दिन और रात, घड़ी के अनुसार नहीं, बल्कि हमारे अपने लाइफस्टाइल से तय होते हैं। ऐसे में बस एक रूटीन बनाए रखना जरूरी होता है।
इटली में हुआ शोध, देर रात जागने वाले रचनात्मक होते हैं
मिलान के कैथोलिक यूनिवर्सिटी की तरफ से किए गए शोध में देर तक जागने के फायदे का खुलासा किया गया है। शोध में बताया गया है कि देर रात जागने वाले रचनात्मक जेहन के होते हैं। शोधकर्ताओं ने अलग-अलग उम्र के ग्रुप पर अध्ययन किया। शोध में शामिल लोगों को टेढ़ी और सीधी रेखा के साथ तस्वीर पूरा करने का काम सौंपा गया।
इस दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि देर तक जागकर काम करने वाले समस्या का सामना किए बिना परीक्षा में पास हो गए। इसके विपरीत सुबह में टास्क पूरा करनेवाले लोगों को औसत स्कोर हासिल करने में संघर्ष करना पड़ा।
अपनी बॉडी को नियमानुसार सोने की आदत डालें
बहुत सी स्टडीज कहती हैं कि रात में जगकर काम करने से आपकी बुद्धिमता और कल्पनाशीलता बढ़ती है। ये जरूरी है कि आप समझें ये ज्यादातर जन्मजात होता है। बुद्धिमान, कल्पनाशील व्यक्ति ज्यादातर सामाजिक नियमों और प्रथाओं के विरोधी होते हैं। उसी तरह सुबह जल्दी उठने वाले भी ज्यादा सक्रिय और आशावादी हो सकते हैं, इसलिए नहीं कि वह सुबह समय पर उठते हैं बल्कि इसलिए क्योंकि जेनेटिकली उनका झुकाव इस तरफ होता है।
अपनी बॉडी को नियमानुसार सोने की आदत डालें। ये आपकी इच्छा के साथ सहज होता है। फिर भी खुद को ज्यादा बुद्धिमान न बनाएं और आपकी अच्छी नींद के साथ खिलवाड़ करने से बचें, ये आप पर अच्छे की जगह बुरा प्रभाव डाल सकता है।
नए अभिभावक बने हैं तो है बहुत फायदा
देर तक जागने का फायदा उन लोगों को ज्यादा मिलता है जो नए-नए अभिभावक बने हैं। नए माता-पिता बने लोग देर रात तक जागकर बच्चों की अच्छी देखभाल कर सकते हैं। आम तौर पर जन्म के कुछ हफ्तों तक बच्चे लगातार दो से चार घंटा मुश्किल से सो पाते हैं। इसलिए जो देर से सोने वाले होते हैं वो अपने बच्चे की तरफ ज्यादा ध्यान दे सकते हैं।
बीमार पड़ने पर भी ज्यादा बच्चों के लिए अभिभावक मददगार साबित हो सकते हैं। इसके अलावा देर तक जागने वालों में कुशलता को विकसित करने की ज्यादा क्षमता होती है।