नई दिल्ली: वैश्विक महामारी से पूरी दुनिया में हाहाकार की स्थिति है। आए दिन विश्व में कोरोनावायरस के लाखों मामले सामने रहे हैं। ऐसे स्थिति में रुस का दावा है कि उन्होंने कोरोना की वैक्सीन बना ली है जिसके चलते रुस में कोरोना की वैक्सीन के प्रोडक्शन की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। रूस जल्द-से-जल्द कोरोना की वैक्सीन बनाने को तवज्जो दे रहा है और विदेश में भी कोरोना की वैक्सीन बनाने की योजनाओं के लिए चर्चाएं कर रहा है।
विदेश में भी बनेगी वैक्सीन
खबरों के मुताबिक इस साल के अंत तक रूस अपने देश में 3 करोड़ से ज्यादा कोरोना की वैक्सीन बनाने की प्लानिंग कर रहा है जिसके जरिए वो कोरोनावायरस को खत्म करने की कोशिश कर रहा है। इस मामले में एक बड़ी खबर ये भी हैं कि रूस अपनी ये कोरोना की वैक्सीन विदेश में भी बनाएगा और इसकी तादाद करीब 17 करोड़ होगी।
सुरक्षित है ये कोरोना की वैक्सीन
इस कोरोना की वैक्सीन को लेकर बेहद गंभीर सवाल है कि क्या ये कारगर है? इस मामले में रसिरन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के प्रमुख किरिल दिमित्रीव ने जानकारी दी है कि इस कोरोना की वैक्सीन का ट्रायल 38 लोगों पर किया गया था जो कि सफल हुआ और उसके जरिए इम्यूनिटी भी बढ़ी है।
इस वैक्सीन के प्रयोग से लोगों में प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ी है। जानकारी में बताया गया है कि अगले महीने रूस में कोरोना की वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा। वहीं इसके साथ ही दूसरे देशों में अप्रूवल के बाद तुरंत ही इसका प्रोडक्शन वहां भी शुरू किया जाएगा।
होना है तीसरे चरण का ट्रायल
आधिकारी ने बताया है कि रुस में अगले महीने हजारों लोगों पर इसका ट्रायल तीसरे चरण के अंतर्गत किया जाएगा और उनके नतीजे परखे जाएंगे। आपको बता दें कि 3 अगस्त तक 100 लोगों पर ट्रायल किया जाएगा ये भी तीसरे चरण के अंतर्गत ही किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिस तरह से कोरोना की वैक्सीन के नतीजे आ रहे हैं वो बताते हैं कि अगस्त में ये वैक्सीन रूस में अप्रूव हो जाएगी। कोरोना की इस वैक्सीन का मिडिल ईस्ट के कई देशों में ट्रायल शुरू हो जाएगा। रूस के मुताबिक सअदी अरब में इस कोरोना की वैक्सीन का प्रोडक्शन करने की बातें चल रही हैं जिस पर सहमति की संभावनाएं हैं।
बड़े स्तर पर होगा प्रोडक्शन
आपको बता दें कि वैक्सीन मॉस्को की गमलैया यूनिवर्सिटी में बनाई गई है। रूस की कोरोना की इस वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के लिए यहां बहुत तेजी से प्रोडक्टशन किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष लगभग तीन करोड़ कोरोना की वैक्सीन के डोज तैयार किये जाएंगे। सभी ट्रायल पूरे होने के बाद बहुत तेजी से प्रोडक्शन शुरू किया जाएगा और लोगों को इसके डोज दिए जाएंगे।
गौरतलब है कि 5 अन्य देश में भी इस वैक्सीन के प्रोडक्शन और ट्रायल की चर्चाएं चल रहीं हैं और विदेशों के लिए 17 करोड़ से ज्यादा कोरोना की इस वैक्सीन के डोज तैयार करने की रुस की योजना है। जिससे कोरोना के संक्रमण को खत्म करने में मदद मिलेगी।
ये भी पढ़े:
करोड़ो कमाने वाले इन बॉलीवुड सेलेब्रिटीज को है सस्ती कारे रखने का शौक |
करिश्मा कपूर को जलाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ती हैं उनकी सौतन |
अखिलेश यादव की मांग कोरोना संकट में अपनी जान गंवाने वाले योद्धाओं |
मध्यप्रदेश पुलिस ने किया मानवता को शर्मसार किसानों के साथ मारपीट |