भारतीय स्टेट बैंक ने अपने कैश विड्रॉल के नियमों का परिवर्तन 18 सितंबर से कर दिया है. नियमों को लागू करने की जानकारी ट्विटर के माध्यम से ग्राहकों को दी गई. ज्यादातर सभी ग्राहक एटीएम के माध्यम से ही कैश निकालते हैं. जिस वजह से बैंक ने यह जानकारी ग्राहकों को दी है. कोरोना वायरस के चलते बैंक के समय में भी बदलाव किया गया था और साथ ही उचित दूरी बनाए रखने के लिए लोग ज्यादा से ज्यादा एटीएम का उपयोग कर रहे हैं.
बैंक द्वारा किए गए बदलाव
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने बताया था कि, बैंक के सभी एटीएम पर किसी भी समय रुपए निकालने के लिए ₹10000 तक की निकासी की जा सकती है. यदि कोई ग्राहक 10,000 से ज्यादा और रुपयों की निकासी करता है तो उसे वन टाइम पासवर्ड भी दिया जाएगा. यह पासवर्ड उसी नंबर पर आएगा जो नंबर एटीएम कार्ड से लिंक होगा. इसके अलावा 10 दिन की संख्या को घटाने के लिए ओटीपी वेरीफाइड एटीएम ट्रांजैक्शन की भी शुरुआत कर दी गई है बैंक ने यह सुविधा रात 8:00 बजे से सुबह 8:00 बजे के दौरान ग्राहकों को उपलब्ध करवाई थी.
कैसे निकाले OTP से कैश
एटीएम कार्ड रखने वाले ग्राहक को यदि 10,000 से ज्यादा कैश निकालना है तो उसे एटीएम की स्क्रीन पर एक ओटीपी विंडो दिखाई देगी. ओटीपी प्राप्त करने के लिए कार्ड धारक के पास मोबाइल होना बहुत आवश्यक है क्योंकि उसी पर उसे ओटीपी का मैसेज आएगा. 10,000 से ज्यादा पैसा निकालने के लिए जब स्क्रीन पर ओटीपी विंडो दिखाई देगी तो ग्राहक को अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर प्राप्त करने के लिए मोबाइल पर आए संदेश से ओटीपी डालना होगा. ओटीपी डालते हैं वह अपना कैश प्राप्त कर लेगा.
इन्हीं ग्राहकों को मिलेगा सुविधा का लाभ
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रकार की सुविधा बैंक ने उन लोगों के लिए लागू नहीं की है जो स्टेट बैंक के कार्ड से दूसरे बैंक के एटीएम से कैश लेते हैं. जी हां यदि कोई स्टेट बैंक का ग्राहक किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालता है तो वह इस सुविधा से वंचित रहेगा. दरअसल स्टेट बैंक ऑफ इंडिया राष्ट्रीय वित्तीय स्विच में विकसित नहीं हुआ है, जिस वजह से यह नियम बनाए. राष्ट्रीय विधि स्विच सबसे बड़ा इंटरऑपरेबल ATM नेटवर्क है जो घरेलू इंटरबैंक ATM लेनदेन का 95 फीसदी से ज्यादा का प्रबंधन अकेले करता है.