कानपुर एनकाउंटर मामले में मारे गए हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की घटना ने देश भर के अपराधियों में पुलिस का खौफ भर दिया है। इसका ताजा मामला राजस्थान से सामने आया है। जिसमें एक कुख्यात अपराधी ने फर्जी एनकाउंटर के डर से अदालत की शरण में पहुंचा।
गौरतलब है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद राजस्थान की भरतपुर जेल में बंद कुख्यात अपराधी लॉरेंस विश्वनोई इन दिनों काफी डरा हुआ है। उसने चंडीगढ़ जिला अदालत में एक याचिका दायर करते हुए कहा कि चंडीगढ़ ले जाने के दौरान पुलिस उसका फर्जी एनकाउंटर कर सकती है।
विकास दुबे के शूटआउट से डरा लॉरेंस विश्वनोई
35 वर्षीय शातिर अपराधी लॉरेंस विश्वनोई ने चंडीगढ़ पुलिस के द्वारा फर्जी एनकाउंटर की आशंका जताते हुए अदालत से गुहार लगाते हुए सुरक्षा की मांग की है। उसने याचिका में कहा है कि भरतपुर से चंडीगढ़ ले जाते समय उसे हथकड़ी पहनाई जाए और विशेष सुरक्षा भी दी जाए। उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए अदालत ने 13 जुलाई तक चंडीगढ़ पुलिस से जवाब-तलब करते हुए नोटिस जारी की है।
कुख्यात अपराधी लॉरेंस विश्वनोई ने गैंगेस्टर के दो मामलों में अदालत से अग्रिम जमानत भी मांगी है। क्योंकि वर्तमान समय में वह भरतपुर जेल में एक मामले में सजा काट रहा है। लॉरेंस विश्वनोई का दावा है कि जांच में लगे पुलिस अधिकारी मूल तथ्यों का खुलासा किए बिना अदालत से प्रोडक्शन वारंट मागेंगे। इसके बाद चंडीगढ़ ले जाने के दौरान उसका एनकाउंटर कर सकते हैं।