भ्रष्टाचारी देशों की सूची जारी करने वाली संस्था ‘ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल’ के मुताबिक 180 देशों की सूची में भारत 80वें स्थान से छह पायदान लुढककर 86वें स्थान पर आ गया है।
इस सूची में भारत का कुल स्कोर 40 है भारत के साथ-साथ तुर्की, मोरक्को, तिमोर-लेस्ते, त्रिनिदाद और टोबैगो, और बुर्किना फासो जैसे देशों का स्कोर भी 40 है। पिछले साल की लिस्ट में वैसे भारत का स्कोर कुल 41 ही था।
कौन से पड़ोसी देशों से आगे है भारत
खास बात है यह है कि भ्रष्टाचार के मामले ‘ट्रांसपरेंसी इटरनेशनल’ ने पाकिस्तान को 124 वीं रैंकिग दी है। इस सूची में नेपाल 117, बांग्लादेश 146 और श्रीलंका को 94वीं रैंकिग दी गई है।
न्यूज़ीलैंड और डेनमार्क, ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल के मुताबिक सबसे अव्वल देश हैं, जहा ना के बराबर भष्ट्राचार होता था। इन दोनों ही देशों का स्कोर 88 है। इसके बाद फिनलैंड, स्विट्ज़रलैंड, स्वीडन और सिंगापुर वो देश हैं जहां भ्रष्ट्राचार पर काफी हद तक अंकुश है।
कौन-सा देश है सबसे भ्रष्टाचारी देश
ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल के मुताबिक सबसे भ्रष्ट देश के तौर पर सोमालिया और दक्षिण सूडान सबसे निचले पायदान पर हैं। इन दोनों देशों का स्कोर 12-12 अंक है।
शून्य से 100 अंकों वाले इस पैमाने में 0 का मतलब सबसे अधिक भ्रष्टाचार है, जबकि 100 अंक का मतलब है भ्रष्टाचार का नामो-निशान तक नहीं। इस हिसाब से ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल के मुताबिक कोई देश ऐसा नहीं है जहां पर ज़रा भी भ्रष्टाचार नहीं है। क्योंकि ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल ने किसी भी देश को 100 स्कोर नहीं दिया है।