पंजाब में मोगा के सरकारी अस्पताल में एक महिला की फर्श पर डिलीवरी हुई थी, जिसकी जांच अभी तक लगातार चल रही है. यह मामला अभी तक साफ नहीं हुआ था, इसके बावजूद अब सिविल अस्पताल में डॉक्टर द्वारा की गई लापरवाही के चलते जिले के ही नजदीकी गांव बुध सिंह वाला में रहने वाली एक गर्भवती महिला की मौत हो गई. पूरे मामले की जानकारी सिटी साउथ की पुलिस तक पहुंचा दी गई है.
अस्थियों में पाए गए ऑपरेशन वाले औजारों के अंश
खबरों के मुताबिक मामले की सच्चाई तब सामने आई जब महिला की अस्थियां उठाते वक्त उसमें से एक ऐसी और ऑपरेशन के समय इस्तेमाल होने वाले कुछ औजार बरामद किए गए. अस्थियों में ऑपरेशन वाले औजारों के अंश पाए जाने के बाद मृतक के परिवार वालों ने सरकारी अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही बताई है. मामले से संबंधित जितने भी डॉक्टर हैं, वह इस लापरवाही से मुंह मोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. फिलहाल संबंधित थाना सिटी साउथ की पुलिस ने मृतक के परिवार वालों की शिकायत दर्ज कर ली है.
मृतक के परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि, सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से यह मौत हुई है और उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही की जाए. थाना सिटी साउथ की पुलिस ने मिली शिकायत पर अस्पताल के सीनियर मेडिकल आफिसर को पत्र लिखा है, और इस मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी है.
बता दें, पंजाब के मोगा के सरकारी अस्पताल में मृतक की मौत के 3 दिन पहले ऑपरेशन से डिलीवरी हुई थी. बड़े ऑपरेशन के बाद मरीज की तबीयत अचानक से खराब हो गई थी, इसके बाद उसे फरीदकोट में रहकर कर दिया गया था. इसी दौरान अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई. मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने सीनियर मेडिकल अधिकारी को पत्र लिखकर विस्तृत रिपोर्ट की मांग की. मृतक की अस्थियों में मिले ऑपरेशन के औजार और कैंची को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है और जांच शुरू कर दी है.
सरकारी अस्पताल की डॉक्टर ने बताई औजारों की सच्चाई
सरकारी अस्पताल की एक डॉक्टर सिमरत कौर खोसा ने जानकारी देते हुए बताया कि ,
” यह महिला उनके पास 6 तारीख को आई थी. रविवार की सुबह इसको सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी. जिसके बाद इसे फरीदकोट में रेफर कर दिया गया था. इसी दौरान उसी अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई. वहां के सभी डॉक्टरों से बात करने पर पता चला कि, मृतक का पेट खोलकर उसका चेकअप किया गया था. वीडियो में जो भी औजार और कैंची पाई गई है, वह सरकारी अस्पताल में इस्तेमाल नहीं की जाती है. इस वजह से इस मामले की जांच होना आवश्यक है”.