किसान आंदोलन

किसान आंदोलन का कृषि कानून के खिलाफ आज 18 वाँ दिन है. बीते  8 दिसंबर को प्रदर्शनकारी भारत बंद करने का भी आह्वान कर चुके है. उनके इस आंदोलन में कई तरह के लोग समर्थन में पहुंचते रहे हैं. वहीं बहुत सी राजनीतिक पार्टिया भी इस आंदोलन में अपनी भूमिका निभाने पहुंची थी. इसके साथ ही कई फ़िल्मी सितारे भी इस मुद्दे में ट्विटर पर एक्टिव दिखाई दिए है. वहीं किसानों  ने सभी को इस आंदोलन से दूर रहने के लिए कहा है.

किसान आंदोलन

जब सभी राजनीतिक हस्तियां इस मुद्दे पर अपनी रोटियाँ सेक रहे है तो जामिया के छात्र कहां पीछे रह जाते. रविवार को दिल्‍ली-यूपी बॉर्डर पर स्थित गाजीपुर में किसानों के आंदोलन में दिल्‍ली की जामिया मिलिया इस्‍लामिया यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र-छात्राएं भी पहुंचे. वे भी इस आंदोलन में शामिल होने के लिए आए थे, लेकिन किसानों ने विरोध कर दिया वहीं पुलिस ने एक्शन लेते हुए छात्रों को वापस भेज दिया.

किसान आंदोलन ने पहुचे जामिया मिलिया युनिवर्सिटी के छात्र

किसान आंदोलन

रविवार को जामिया मिलिया युनिवर्सिटी के कुछ छात्र-छात्राए गाजीपुर किसान आंदोलन में शामिल होने पहुच गए. किसानों ने इस बात का विरोध किया और  उन्हें पुलिस की मदद से वापस कर दिया. साथ ही किसानों ने राजनीतिक दलों को इस आंदोलन से दूर रहने की सलाह दी है. इस घटना के बाद राकेश टिकैत ने अपना बयान दिया है,

”पता नहीं ये छात्र-छात्राए  यहां पर क्यों आये थे. छात्र-छात्राओ इस आंदोलन से दूर रहना चाइये. उन्हें अपनी पढाई पर ध्यान देना चाइये. वे यहां आएंगे तो फिर से कोई बयान देंगे. हमें उनकी जरुरत नहीं है.”

4 से 5 छात्र-छात्राए पहुंचे आंदोलन में शामिल होने

किसान आंदोलन

किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए आधा दर्जन के करीब स्टूडेंट पहुंचे थे. जिनमे 1 लड़का था बाकी लड़कियां थी. इस पर किसानों अपना विरोध तुरंत व्यक्त कर दिया और पुलिस ने कार्यवाही करते हुए उन्हें उन सभी को गाजीपुर आने से रोक दिया और प्रदर्शनकारियों  के विरोध के बाद छात्र-छात्राओ ने वापस लौटना ही ठीक समझा और वापस ही चले गए.

वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है की,

”हमने उनसे पूछना चाहा की आप कहां से आये हो तो इस पर लडकियो ने सीधा जबाब नहीं दिया. वे कैमरे पर बोलने से खुद को बचा रही थी. उनके बैग में कुछ बैनर भी थे.”

प्रदर्शनकारियों की माने तो स्टूडेंटो का यहां आना ठीक नहीं उन्हें अपनी पढाई पर ध्यान देना चाइये.

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