Delhi: राजधानी दिल्ली से हाल ही में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक 13 वर्षीय अफगानी बच्चा काबुल से दिल्ली आने वाली कम एयर (Kam Air) की फ्लाइट के लैंडिंग गियर में छिपकर भारत पहुंच गया। जानकारी के अनुसार यह फ्लाइट काबुल से उड़ान भरने के बाद लगभग डेढ़ से दो घंटे में दिल्ली (Delhi) पहुंची। तो आइए जानते है क्या है पूरा मामला…..
काबुल से Delhi पहुंचा 13 वर्षीय बच्चा

दरअसल काबुल से दिल्ली (Delhi) आने वाली कम एयर (Kam Air) की फ्लाइट के लैंडिंग गियर में छिपकर एक 13 वर्षीय बच्चा भारत पहुंच गया। मिली जानकारी के मुताबिक यह फ्लाइट काबुल से उड़ान भरने के बाद लगभग डेढ़ से दो घंटे में दिल्ली पहुंची। विमान लैंड करने के बाद एयरपोर्ट कर्मियों ने टैक्सीवे पर एक लड़के को चलते देखा और तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को सूचना दी। जांच में पता चला कि वह बच्चा विमान के wheel-well यानी लैंडिंग गियर कम्पार्टमेंट में छिपकर यात्रा कर रहा था।
BIG NEWS 🚨 A 13-year-old boy from Afghanistan arrived at Delhi airport in India after hiding inside the landing gear of a plane 😳 pic.twitter.com/BnoFSBrsx1
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) September 22, 2025
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कितना खतरनाक?
यह घटना जितनी चौंकाने वाली है, उतनी ही खतरनाक भी। लैंडिंग गियर कम्पार्टमेंट में यात्रा करना लगभग आत्मघाती कदम है। सबसे पहला खतरा है ऑक्सीजन की कमी। ऊंचाई पर पहुंचने पर इस हिस्से में प्रेशराइजेशन नहीं होता, यानी सांस लेने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं होती। ऐसे में हाइपोक्सिया (Hypoxia) का खतरा बढ़ जाता है, जिससे इंसान बेहोश हो सकता है या जान भी जा सकती है।
दूसरा बड़ा खतरा है अत्यधिक ठंड। विमान जब 30-35 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ता है तो तापमान माइनस 40 से माइनस 60 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। ऐसी स्थिति में शरीर को गंभीर नुकसान हो सकता है, हाइपोथर्मिया या फ्रॉस्टबाइट का खतरा रहता है। इसके अलावा मैकेनिकल खतरे भी कम नहीं हैं। लैंडिंग गियर के खुलने और बंद होने की प्रक्रिया के दौरान दबने या गिरने की आशंका रहती है।
कैसे वहां पहुंचा बच्चा
फिर सवाल उठता है कि यह बच्चा कैसे वहां तक पहुंच गया? दरअसल, काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था में खामी के चलते वह बिना पकड़े विमान के करीब पहुंच गया और पीछे के हिस्से में मौजूद लैंडिंग गियर बे में छिप गया। उसके पास कोई बड़ा सामान नहीं था, सिर्फ एक छोटा स्पीकर मिला। किस्मत अच्छी रही कि फ्लाइट का समय कम था और वह किसी तरह जीवित बच गया।
अधिकारियों ने की जांच
दिल्ली (Delhi) एयरपोर्ट अधिकारियों ने विमान और गियर बे की पूरी एंटी-सैबोटाज जांच की और विमान को सुरक्षित घोषित किया। बाद में सुरक्षा कारणों से बच्चे को उसी दिन अफगानिस्तान वापस भेज दिया गया।
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