Martyr Jitendra Singh : युवाओं के लिए सरकार द्वारा शुरू कि गई अग्निवीर योजना में पहले कई विवाद उठे थे। जिसमें से एक ये था कि उसमें जान गवाने वाले अग्निवीर को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता था। इसके लिए पूर्व सेना अधिकारियों और कईं वरिष्ठ लोगों ने काफी आवज उठाई थी। जिसके बाद सरकार ने इस बात पर अमल करना शुरू किया था। इसके साथ ही अब एक अच्छी खबर आ रहे हैं जो राजस्थान हैं। राजस्थान के एक अग्निवीर (Martyr Jitendra Singh) को जिसने सेना में काम करते हुए अपनी जान गंवाई थी उसे अब शहीद का दर्जा दे दिया है। जिससे परिवार में ख़ुशी कि लहर छा गई है।
राजस्थान के पहले अग्निवीर शहीद बनें Martyr Jitendra Singh
राजस्थान के अलवर जिले के रहें वाले अग्निवीर जितेंद्र सिंह तंवर (Martyr Jitendra Singh) को शहीद का दर्जा दिया गया है। उनके परिवार को 2 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी गई है। यह सम्मान जितेंद्र सिंह को उनकी शहादत के सात महीने बाद दिया गया है। उन्हें यह सम्मान जम्मू-कश्मीर के पुंछ राजौरी इलाके में आतंकी सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद होने पर दिया गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में जितेंद्र सिंह के परिवार को सम्मानित किया।
7 महीने बाद मिला शहीद का दर्जा
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अलवर जिले के रैणी इलाके के मोरोदकला गांव निवासी जितेंद्र सिंह तंवर (Martyr Jitendra Singh) को देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने के करीब 7 महीने बाद शहीद का दर्जा मिला। उनके परिवार को सोमवार को सेना की ओर से एक पत्र मिला, जिसमें जितेंद्र को शहीद का दर्जा दिए जाने की जानकारी मिली। जानकारी के अनुसार शहीद अग्निवीर जितेंद्र सिंह तंवर (Martyr Jitendra Singh) ने करीब 17 महीने तक सेना में सेवाएं दी थी। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर के पुंछ-राजौरी इलाके में सेना की ओर से सर्च ऑपरेशन के दौरान गोली लगने से जितेंद्र शहीद हो गए।
शहीद की मां को भी किया गया सम्मानित
शहीद जितेन्द्र के पारिवारिक सदस्य एवं पूर्व सैनिक बख्तावर सिंह ने बताया कि जितेन्द्र (Martyr Jitendra Singh) को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए पूर्व सैनिकों की टीम ने कई प्रयास किए। तथा करीब 7 माह बाद यह उपलब्धि हासिल हुई। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने शहीद जितेन्द्र के परिजनों को एक करोड़ रुपए की राशि दी है। साथ ही परिवार को पंजाब नेशनल बैंक की ओर से एक करोड़ की बीमा राशि भी मिली है। परिवार राजस्थान के मुख्यमंत्री से भी मिल चुका है, जहां उनकी ओर से शहीद अग्निवीर सैनिक जितेन्द्र सिंह तंवर (Martyr Jitendra Singh) की माता को सम्मानित किया गया।
2022 में अग्निवीर में भर्ती हुए थे जितेन्द्र सिंह
साथ ही मुख्यमंत्री की ओर से आश्वासन भी दिया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि कागजी कार्रवाई के बाद राज्य सरकार की ओर से अग्निवीर शहीदों को दिया जाने वाला कारगिल पैकेज शहीद के परिवार को दिया जाएगा। परिजनों ने बताया कि जितेंद्र सिंह (Martyr Jitendra Singh) 29 दिसंबर 2022 को अग्निवीर में भर्ती हुए थे। उन्होंने बेंगलुरु में 1 साल की स्पेशल ट्रेनिंग भी ली। उनकी पहली पोस्टिंग 29 फरवरी 2024 को जम्मू-कश्मीर में हुई थी। 9 मई 2024 को जितेंद्र (Martyr Jitendra Singh) को सेना की टुकड़ी के साथ जम्मू-कश्मीर के पुंछ राजौरी इलाके में आतंकी सर्च ऑपरेशन पर भेजा गया था। इस दौरान गोली लगने से जितेंद्र शहीद हो गए।
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