हम जिस व्यक्ति के बारे में बात कर रहे हैं, उसका नाम अनूप कुमार नायर (Anoop Kumar Nair) है. कंप्यूटर प्रोग्रामर के तौर पर काम करने वाले अनूप कुमार नायर ने छह साल पहले अपने माता-पिता को खो दिया था।
बहुत खराब परिस्थितियों में जीवन
उसके बाद वह अकेलेपन के कारण डिप्रेशन में चले गए. उनके बड़े भाई ने 20 साल पहले आत्महत्या कर ली थी. एक एनजीओ को अनूप कुमार नायर (Anoop Kumar Nair) की हालत के बारे में बताया गया.
इसके बाद सोशल एंड इवेंजेलिकल एसोसिएशन फॉर लव (एसईएएल) के कार्यकर्ता सेक्टर 24 स्थित घरकूल सीएचएस में नायर के घर गए। जब एनजीओ फ्लैट पर पहुंचा तो वहां काफी गंदगी देखी।
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कुर्सी पर बिताई जिंदगी
A 55 year man, battled severe loneliness and depression, isolating himself in his flat for 3 years, relying solely on online food orders.
The man was in dire condition & profound distrust after the loss of his family.
Mental health is so important 😢#India #Mumbai pic.twitter.com/r16PwMjDMI
— Bona fide🇮🇳🇮🇱🇷🇺 (@cyber_alph) June 30, 2025
उन्होंने आगे बताया कि नायर (Anoop Kumar Nair) अपने फ्लैट से बाहर नहीं निकलता था और लिविंग रूम में कुर्सी पर सोता था. उन्होंने बताया कि फ्लैट में कोई फर्नीचर नहीं था. जब उन्होंने उसे देखा तो उसके पैर में संक्रमण था. उस शख्स के पड़ोसियों ने बताया कि नायर अपने फ्लैट का दरवाजा कभी-कभार ही खोलते थे. यहां तक कि वे कूड़ा भी बाहर नहीं फेंकते थे।
अपनों को खोने के बाद छोड़ी उम्मीदें
इसके बाद सील कार्यकर्ताओं ने नायर को सील के पनवेल स्थित आश्रम में भेज दिया। नायर (Anoop Kumar Nair) ने बताया कि उसका कोई दोस्त नहीं है और उसे नौकरी भी नहीं मिल रही है. उसके माता-पिता और भाई की पहले ही मौत हो चुकी है.
उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है। इसलिए नई शुरुआत की कोई उम्मीद नहीं है। मनोचिकित्सकों का कहना है कि अपने परिवार के सदस्यों को खोने के बाद वह डिप्रेशन का शिकार हो गए थे।
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