Helicopter Accident: उत्तराखंड के केदारनाथ धाम के पास गौरीकुंड क्षेत्र में रविवार सुबह एक भयानक हादसा हो गया है। जहां चार धाम यात्रा के दौरान एक हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Accident) हो गया है। हादसे के वक्त हेलीकॉप्टर में पायलट समेत 7 लोग सवार थे। इन सभी की इस हादसे में मौत हो गई। इस हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान हो गई है, जिसमें हेलीकॉप्टर उड़ाने वाले पायलट आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से रिटायर्ड हुए थे। 4 हफ्ते पहले ही वह जुड़वा बच्चों के पिता बने थे। तो आइए आपको बताते है इनके बारे में विस्तार से….
लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से हुए थे रिटायर्ड

दरअसल गौरीकुंड हेलीकॉप्टर हादसे (Helicopter Accident) में हेलीकॉप्टर उड़ाने वाले पायलट राजवीर सिंह थे। मिली जानकारी के मुताबिक, राजवीर सिंह जयपुर के शास्त्री नगर के रहने वाले थे। हालांकि, वह मूल रूप से राजस्थान के दौसा जिले के महुआ इलाके के रहने वाले हैं। वह करीब महीने भर पहले घर आए थे। पायलट राजवीर सिंह कुछ समय पहले ही आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से रिटायर्ड हुए थे। राजवीर सिंह 14 सालों तक सेना में सेवा प्रदान की है जिसके बार रिटायर हुए थे। उनके पास उड़ान का अच्छा खासा अनुभव था।
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रिटायर्ड होने के बावजूद नहीं छोड़ी देश सेवा
रिपोर्ट के मुताबिक, राजवीर सिंह को 2000 घंटे की उड़ान का लंबा अनुभव था। आर्मी से रिटायर्ड होने के बाद राजवीर की देशभक्ति नहीं रुकी और उन्होंने साल 2024 में राजवीर सिंह आर्यन एविएशन कंपनी से जुड़े थे। वह 4 महीने पहले ही जुड़वा बच्चों के पिता बने थे। इस हादसे (Helicopter Accident) ने उनके दोनों के सिर से पिता का साया छीन लिया। राजवीर सिंह की पत्नी दीपिका भी एक पायलट हैं। जुड़वा बच्चों को जन्म देने की वजह से पत्नी इन दिनों छुट्टी लेकर घर पर ही रह रही थी।
सीएम शर्मा ने व्यक्त किया दुख
प्रशासन द्वारा परिवार वालों को कुछ घंटे पहले ही राजवीर सिंह के निधन की खबर दी गई। जिसे सुनने के बाद परिवार में लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं सीएम भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य के कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ समेत कई नेताओं ने राजवीर सिंह के निधन पर दुख जताया है।
खराब मौसम की वजह से हुआ हादसा
कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि ये दर्दनाक हेलीकॉप्टर हादसा (Helicopter Accident) उड़ान के बाद खराब मौसम के कारण हुआ है। गढ़वाल रेज के आईजी राजीव स्वरूप के अनुसार, क्रैश के बाद लाश जल गई है। इसकी वजह से मृतकों के शव पहचानने में मुश्किल हो रही है। इसलिए डीएनए टेस्ट के बाद ही शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
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