Operation Sindoor: पाकिस्तान की नापाक हरकतों को जवाब देने के लिए भारत हमेशा तैयार रहता है। पहले भी जब पहलगाम हमला हुआ था तब भारत ने करार जवाब दिया था। और ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के माध्यम से पाकिस्तान को उसकी जगह दिखा दी थी। वहीं अब भारत एक बार फिर पाकिस्तान को उसकी जगह दिखाने वाला है। इसके लिए भारत ने कमर कस ली है।
एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर से दहलेगा पाकिस्तान
भारतीय वायुसेना ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की तरह ही आज फिर पाकिस्तानी सीमा के पास देखने को मिलेगी। भारतीय वायुसेना ने आज पाकिस्तान सीमा से सटे दक्षिणी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण वायुसेना अभ्यास के लिए NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) जारी किया है। इस दौरान एक निश्चित हवाई क्षेत्र को सामान्य हवाई यातायात के लिए बंद रखा जाएगा। भारत ने पाकिस्तान से सटे अपने दक्षिणी हवाई क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
भारतीय वायु सेना ने आज के लिए जारी किया NOTAM
भारत ने पाकिस्तान से सटी अपनी दक्षिणी सीमा के पास हवाई क्षेत्र में एक दिन के लिए भारतीय वायुसेना (IAF) अभ्यास निर्धारित किया है। यह अभ्यास बुधवार (4 जून, 2025) को किया जाएगा। इसके लिए नोटिस टू एयरमेन (NOTAM) जारी किया गया है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि भारतीय वायुसेना का NOTAM गुजरात के SWAC AOR क्षेत्र में होगा। जो पाकिस्तान सीमा पर सेक्टर राइट में स्थित है। 04 जून 2025, दोपहर 3:30 बजे समाप्त (यूटीसी): 04 जून 2025, रात 9:00 बजे इस दौरान भारतीय वायुसेना अपनी युद्ध क्षमताओं और तैयारियों को परखने के लिए विशेष अभ्यास करेगी।
इस युद्धाभ्यास में शामिल होंगे ये लड़ाकू विमान
इस अभ्यास में राफेल, सुखोई-30 और जगुआर जेट सहित फ्रंटलाइन लड़ाकू विमान शामिल होंगे और इसका उद्देश्य भारतीय वायुसेना की युद्ध तत्परता को बढ़ाना है। NOTAM का दायरा कराची और भोलारी के पास के रणनीतिक हवाई क्षेत्र को कवर करता है। भोलारी में पाकिस्तानी वायुसेना (PAF) के F-16 जेट, AWACS विमान तैनात हैं।
जानिए क्या है NOTAM?
NOTAM (नोटिस टू एयरमैन) एक संचार उपकरण है जिसका उपयोग विमान में पायलटों, हवाई यातायात नियंत्रकों और अन्य विमान कर्मियों को आवश्यक जानकारी प्रदान करने के लिए किया जाता है। यह अस्थायी परिवर्तनों या खतरों के बारे में अपडेट देता है जो उड़ान संचालन को प्रभावित कर सकते हैं। जैसे बंद रनवे, मौसम की स्थिति या सैन्य अभ्यास। NOTAM का प्राथमिक उद्देश्य सभी संबंधित पक्षों को वास्तविक समय में सूचित करके उड़ान सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
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