Bihar News : बिहार (Bihar News) के मुजफ्फरपुर जिले में एक बुजुर्ग दंपत्ति ने स्थानीय पुलिस पर अजीबोगरीब आरोप लगाया है। इस आरोप के बाद पूरे जिले में आरोपी दारोगा को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। दारोगा ने रिश्वत भी मांगी है वह भी ऐसी चीज के लिए जो बाजार में चंद रुपयों में मिल जाती है। मांगी गई रकम इतनी कम है कि सुनने वाले हैरान हैं। पूरा मामला क्या है, ये तो जांच के बाद पता चलेगा. लेकिन मानवाधिकार आयोग तक पहुंच चुके इस मामले की चर्चा शुरू हो गई है।
Bihar News जहां आया अजीबो-गरीब मामला
आरोप बिहार (Bihar News) में मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाने के दारोगा पर है। बुजुर्ग ने दारोगा पर लहसुन मांगने का आरोप लगाया है। थाने में बैठे दारोगा ने एक बेबस पिता से ऐसा सौदा किया जो निश्चित तौर पर पूरे पुलिस महकमे को शर्मसार करने वाला है।
दरअसल (Bihar News) मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र के पिपराहां गांव से 05 दिसंबर 2022 को लापता हुए युवक का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। ऐसे में जब लापता युवक का पिता अपने लापता बेटे की बरामदगी के लिए थाने गया तो दारोगा ने बेटे की जानकारी देने के बदले दो किलो लहसुन और 500 रुपये की मांग की।
बेटे की गुमशुदगी रिपोर्ट के बदले दरोगा का क्रूर व्यवहार
बिहार (Bihar News) पुलिस में दरोगा की बात सुनने के बाद बेबस पिता ने कहा कि उसके घर में 50 ग्राम लहसुन नहीं है तो तुम्हें कहां से दूंगा। उसके बाद दारोगा ने उसे डांटकर भगा दिया। इस संबंध में थाने में कांड संख्या 625/22 से प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। लापता युवक के पिता योगेंद्र भगत का कहना है कि मेरा इकलौता बेटा अजीत कुमार सुबह घर से शहर के लिए निकला था। वह आज तक वापस नहीं लौटा है। उसके बाद मैंने पानापुर ओपी को इसकी सूचना दी।
पिता से दरोगा ने मांगे लहसुन-प्याज और 500 रुपए
बुजुर्ग का आरोप है कि बिहार (Bihar News) थाने के दारोगा ने कहा कि 2 किलो लहसुन और 500 रुपये लेकर आओ, तभी मामले में कार्रवाई होगी। मेरे घर में 50 ग्राम लहसुन भी नहीं है। फिर 2 किलो लहसुन कैसे दे दूं। पुलिस ने जब 2 किलो लहसुन और 500 रुपए देने से मना कर दिया तो इंस्पेक्टर ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। बुजुर्ग ने डीआईजी को भी आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
माता-पिता ने लगाई मानवाधिकार से गुहार
इस पूरे मामले को लेकर पीड़ित परिवार ने बिहार (Bihar News) में मानवाधिकार मामलों के विशेषज्ञ अधिवक्ता एस के झा के सामने झोली फैलाई है। उनके माध्यम से बिहार मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दो अलग-अलग शिकायत दर्ज कराई है।
अधिवक्ता एस के झा ने कहा कि यह पूरा मामला काफी उलझा हुआ है। इसे सुलझाने की बजाय पुलिस इसे और उलझा रही है। पुलिस को इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करनी चाहिए।
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