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Coaching Centers : दिल्ली का मुखर्जीनगर देश का सबसे बड़ा यूपीएससी कोचिंग हब है. यहां देश भर से लाखों विद्यार्थी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने आते हैं. गली-गली में कोचिंग संस्थाओं (Coaching Centers) कि भीड़ लगी हुई हैं. लेकिन मुखर्जी नगर के एक कोचिंग बेसमेंट में हुए हादसे के बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने कोचिंग संस्थाओं पर कढ़ी कार्रवाई की थी. जिसके बाद कई कोचिंग संस्थाओं पर ताले लग चुके हैं. वहीं बेसमेंट में चलने वाली कोचिंग को पूरी तरीके से बंद कर दिया गया हैं.

दिल्ली का मुखर्जी नगर अब नहीं रहेगा कोचिंग हब

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ऐसे में देश के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान (Coaching Centers) को भी कार्रवाई का सामना करना पड़ा. जिसके बाद अब यह कोचिंग संस्थान दिल्ली के मुखर्जी नगर से स्थानांतरित होने का मन बना रहे हैं. दरअसल, मुखर्जी नगर में जिन बिल्डिंगों में कोचिंग चल रही है उनमें से शायद ही कोई बिल्डिंग ऐसी हो जो सुरक्षा मानक पर खरी उतरती हो. बाकी सभी भवनों में बिना किसी जांच के अवैध रूप से कोचिंग (Coaching Centers) चल रही है. किसी बिल्डिंग के पास फायर एनओसी नहीं है. इसके साथ ही इन बिल्डिंगों के लिए अब सुरक्षा मानकों को पूरा करना भी आसान नहीं है.

नोएडा शिफ्ट हो रही कई कोचिंग संस्थाएं

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खबरों कि माने तो ऐसा कहा जा रहा है कि अब ज्यादातर कोचिंग इंस्टीट्यूट (Coaching Centers) मुखर्जी नगर से दूसरी जगह शिफ्ट होने कि तैयारी में हैं. बता दें मौजूदा समय में मुखर्जी नगर कोचिंग का बहुत बड़ा हब है. यहां 100 से भी ज्यादा कोचिंग संस्थान संचालित हैं जिनमें लाखों बच्चे पढ़ाई कराते हैं. बच्चों की अधिक संख्या के कारण यहां पर पीजी संचालक भी मनमाना किराया लेते हैं. इसके अलावा यहां से गुजरने वाले नाले के कारण यहाँ का पानी भी दूषित हैं. लेकिन विद्यार्थी मजबूरी के कारण यही पानी पीते हैं. ऐसे में यहाँ रहना और भी कठिन हैं.

सरकार ने कई कोचिंग बिल्डिंग पर लगाया ताला

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ऐसे में अगर कोचिंग संस्थान (Coaching Centers) मुखर्जी नगर के बाहर शिफ्ट होते है तो एक अच्छी बात यह भी होगी कि वहां छात्रों को अच्छी हवा पानी मिल जाएगी. वहीं देश कि प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान दृष्टि आईएएस भी यहाँ से अपनी कोचिंग को शिफ्ट करने का मन बना चुका हैं. ऐसे में कोचिंग के एक वरिष्ठ प्रबंधन सदस्य ने मीडिया को बताया कि, ‘निकट भविष्य में मुखर्जी नगर में खाली जगह बन सकती है क्योंकि ज्यादातर कोचिंग संस्थान (Coaching Centers) बाहर जा चुके हैं.

ऐसा इसलिए है क्योंकि ज्यादातर प्रतिष्ठित कोचिंग सरकारी माप-दंड को पूरा नहीं कर सके हैं. और उनकी कोचिंग को सील कर दिया गाया है. और सुरक्षा एनओसी को पूरा नहीं किया जा सकता है.’

सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करने से कोचिंग हुई सील

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प्रबंधन सदस्य ने पुष्टि की कि दृष्टि ने पहले ही कई स्थानों की खोज कर ली है. वरिष्ठ सदस्य प्रबंधन ने कहा, कुछ कोचिंग संस्थाओं ने उस नए स्थान पर स्थानांतरण करने की इच्छा व्यक्त कि है जहां हम जाएंगे. मीडिया की कई ख़बरों में दावा किया गया है कि आईएएस कोचिंग (Coaching Centers) का केंद्र मुखर्जीनगर अब परिवर्तित हो जाएगा. ऐसे में अन्य कोचिंग संस्थान भी मुखर्जी नगर से अपने सेंटर को हटाने कि योजना बना रहे हैं.

दृष्टि आईएएस कोचिंग भी हो रही नोएडा शिफ्ट

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वहीं दृष्टि आईएएस के मालिक दिव्यकीर्ति ने कहा, ‘इस घटना पर छात्रों का गुस्सा पूरी तरह से जायज है. अगर इन कोचिंग संस्थाओं को सरकारी नीति दिशा-निर्देशों की दिशा में ले जाया जाए तो यह अच्छा होगा. हम सरकार में इस संबंध में साथ हैं. सरकार के साथ सहयोग करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.’ दृष्टि ने 27 जुलाई की शाम को पुराने राजेन्द्र नगर में राऊ की कोचिंग में डूबे मृतक छात्तरों के परिजनों के लिए आर्हथिक सहायता की थी. इतना ही नहीं दिव्यकीर्ति ने यह भी एलान किया था कि जिन भी बच्चों कि पढ़ाई बाधित हो रही है वो उनकी कोचिंग (Coaching Centers) में आकर पढ़ सकते हैं.

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