India-Pakistan War: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए एक बड़ी खबर आ रही है कि मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) पाकिस्तान छोड़कर भाग गया है।
वह पिछले कई सालों से पाकिस्तान के कराची में शरण लिए हुए था। खबरों की मानें तो ऑपरेशन सिंदूर (India-Pakistan War) से पाकिस्तान इतना परेशान है कि वह अपने आतंकी आकाओं को छिपाने की कोशिश कर रहा है।
भारत के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम ने छोड़ा पाकिस्तान
ऐसे में भारत के पास पाकिस्तान (India-Pakistan War) पर हमला कर दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) को उसके आतंकियों समेत पकड़ने का सुनहरा मौका है। जब तक सीमा पर संघर्ष नहीं रुकता, दाऊद इब्राहिम का ठिकाना बदलता रह सकता है और दाऊद और उसके गुर्गे पाकिस्तान में ही छिपे रह सकते हैं।
अंडरवर्ल्ड डॉन और भारत का वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम ने पाकिस्तान छोड़ने का फैसला कर लिया है। उसका करीबी और खास गुर्गा छोटा शकील भी देश छोड़कर जा चुका है।
अनीश और छोटा शकील भी हुए पाकिस्तान से फरार
सूत्रों के मुताबिक दाऊद (Dawood Ibrahim) और छोटा शकील ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और उन्हें लगा कि पाकिस्तान अब उन्हें सुरक्षा देने में नाकाम हो रहा है। दाऊद इब्राहिम 1993 के मुंबई बम धमाकों का मास्टरमाइंड है और भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है।
पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान में शरण लिए हुए दाऊद की चर्चा कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हो चुकी है। लेकिन अब हालात ऐसे हो गए हैं कि दाऊद और उसके करीबी छोटा शकील को सुरक्षित जगह की तलाश में पाकिस्तान (India-Pakistan War) छोड़कर भागने पर मजबूर होना पड़ा।
1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट का आरोपी है इब्राहिम
भारत पर हुए आतंकी हमलों में दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) का बड़ा नाम है। 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट में दाऊद का मुख्य हाथ था, जिसमें करीब 257 लोगों की जान चली गई थी। यह हमला भारत के इतिहास की सबसे घातक आतंकी घटनाओं में से एक है।
दशकों से दाऊद (Dawood Ibrahim) का भरोसेमंद रहा छोटा शकील उसके आतंकी संगठन डी-कंपनी का अहम सदस्य है। शकील ने कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया है। लेकिन भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan War) की तनातनी में दाऊद की मुश्किल और बढ़ गई है।
इन देशों में शरण ले सकते हैं ये आतंकवादी
भारत (India-Pakistan War) से अपराध करके भागने वाले अपराधी पाकिस्तान, नेपाल, दुबई, कनाडा और यूएई जैसे देशों में शरण लेते हैं। कुछ देशों के साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि कमजोर है। इसलिए उन्हें वहां से वापस लाना मुश्किल हो जाता है। आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों के लिए छिपने के लिए पाकिस्तान सबसे बेहतर विकल्प है।
इसके अलावा दुबई और यूएई भी भारतीय अपराधियों के लिए सुरक्षित माने जाते हैं। भारत के साथ उनकी कानूनी व्यवस्था और प्रत्यर्पण प्रक्रिया कमजोर है।
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