Price of gold and silver: चीन के बाद अगर किसी देश के लोगों को सोने में सबसे ज्यादा दिलचस्पी है तो वो देश है भारत। भारत के लोगों के जीवन में सोने का काफी महत्व है साथ ही कई लोग इसे सुरक्षित इन्वेस्टमेंट की तरह भी देखते हैं। ऐसे में अगर आप भी इन दिनों सोने की खऱीदारी करने का प्लान बना रहे हैं तो जरा ठहर जाइए। क्योंकि कुछ एक्सपर्ट ये दावा कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में सोने के दामों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती हैं। तो चलिए जानते हैं कि आखिर कब और क्यों गिरने वाले हैं इस पीली धातु के दाम।
गिरने वाले हैं सोने के दाम

इन दिनों कई लोगों द्वारा ये दावा किया जा रहा है कि जल्द ही सोने के दामों (Price of gold and silver) में बंपर गिरावट देखने को मिल सकती है। इन सभी दावों का आधार मोदी 3.0 के पहले बजट से जुड़ा हुआ है। दरअसल दावा किया जा रहा है कि सरकार बजट में गोल्ड-सिल्वर पर इंपोर्ट ड्यूटी में 5 फीसदी की कटौती कर लोगों को एक बड़ा तोहफा दे सकती है। इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स और वित्त मंत्रालय से जुड़े विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो सरकार गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी को 15 प्रतिशत से भी नीचे लाने पर विचार कर रही है।
अगर सच में ऐसा हो जाता है तो सोना ही नहीं बल्कि चांदी की कीमतों (Price of gold and silver) में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। साथ ही उम्मीद ये भी जताई जा रही है कि सरकार के इस कदम से सोने की तस्करी पर भी लगाम लगाई जा सकेगी।
इतना कम होगा सोने का भाव

सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि सरकार सिर्फ इंपोर्ट ड्यूटी में ही कटौती करने की नहीं सोच रही है बल्कि सरकार ग्राहकों को पुराना सोना बेचते समय भी एक बड़ा लाभ देने की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि पुराना सोना बेचते समय ग्राहकों को GST में कुछ इंसेंटिव दिए जाने पर चर्चा की जा रही है। सरकार के इस फैसले से गोल्ड के इंपोर्ट में कमी तो आएगी ही साथ ही सरकार पर घाटे का दबाव भी कम हो सकता है।
कुछ जानकारों की मानें तो सरकार के इन फैसलों के कारण सोने के दाम करीब 3000 रुपए और चांदी के दाम करीब 3800 रुपए तक नीचे लुढ़क सकते हैं। देशभर में सोने का भाव (Price of gold and silver) तय करने वाली संस्था इंडिया बुलियन एंड जूलर्स असोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता खुद ये मानते हैं कि सरकार के इस फैसले के कारण सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी।
तस्करी पर लगेगी रोक

गोल्ड पर पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से इस पीली धातु की तस्करी काफी बढ़ गई है। डीआरआई खुद जानकारी देते हुए बताता है कि उन्होंने वित्त वर्ष 2023-24 में करीब 1,658 किलो सोना जब्त किया था। ये मात्रा पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 35 फीसदी ज्यादा है। लेकिन अगर सरकार जीएसटी को 18 पर्सेंट कर दे और कस्टम ड्यूटी शून्य कर दे तो सोने की तस्करी पूरी तरह से रोकी जा सकती है। ऑल इंडिया जूलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के महासचिव नितिन केडिया खुद इस बात से सहत हैं कि सरकार का ये फैसला सोने की तस्करी रोकने में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।