Girls Menstrual Period

Menstrual Cycle: लड़कियों में मासिक धर्म (Menstrual Cycle) की उम्र 10 से 15 साल के बीच होती है। जब लड़कियों को पहली बार मासिक धर्म शुरू होता है, तब उनका शरीर भी कई बदलावों के साथ तालमेल बिठा रहा होता है। नतीजतन उनके पीरियड्स हल्के या भारी, लंबे या छोटे, पूरी तरह से अनियमित और बहुत अधिक हो सकते हैं।

अगर मासिक धर्म बहुत अधिक हैं, तो इससे लड़कियां गतिविधियों में भाग लेना बंद कर सकती हैं। कपड़ों से खून बह सकता है या बस बहुत बुरा महसूस कर सकती हैं। लेकिन आजकल देखा जा रहा है कि बहुत कम उम्र की लड़कियों को पीरियड्स आने लगते हैं। जिसमें 6-9 साल की लड़कियां भी शामिल हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बच्चों को इतनी कम उम्र में पीरियड्स (Menstrual Cycle) क्यों आते हैं।

कम उम्र में पीरियड्स आने के कारण

Menstrual Cycle

क्या कारण है कि बच्चों में पीरियड्स (Menstrual Cycle) की समस्या कम उम्र में ही शुरू होने लगी है। डॉक्टर्स ने बताया कि कम उम्र में पीरियड्स आना एक जेनेटिक कारण हो सकता है। उदाहरण के लिए, अगर लड़की की मां या उसकी दादी को भी कम उम्र में पीरियड्स हुए थे, तो इसका असर आने वाली पीढ़ी पर पड़ता है। दूसरा मुख्य कारण है पर्यावरण। आजकल बच्चे कम उम्र में ही पढ़ाई का तनाव ले रहे हैं। माता-पिता बच्चों पर छोटी कक्षाओं में अव्वल आने का दबाव बना रहे हैं और उन्हें डांटते-पीटते हैं। खेलकूद बंद हो गए हैं। शारीरिक गतिविधियां बंद हो गई हैं। बच्चे या तो मोबाइल पर लगे रहते हैं या कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं।

और भी कईं कारण हैं जल्दी पीरियड्स आने के

Menstrual Cycle

इन सबका असर बच्चों पर देखा जा सकता है। माता-पिता भी एक कारण हो सकते हैं डॉक्टर साधना ने बताया कि जब लड़कियां कम उम्र में अपने माता-पिता को अपने सामने लड़ते हुए देखती हैं। उन्हें तलाक लेते हुए देखती हैं, तो इसका असर उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इससे पीरियड्स (Menstrual Cycle) जल्दी आ जाते हैं। या जिन बच्चों को कम उम्र में शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है, उन्हें भी पीरियड्स जल्दी आ जाते हैं। खान-पान में बदलाव भी पीरियड्स (Menstrual Cycle) जल्दी आने का एक अहम कारण है। 15 साल से अधिक उम्र की लड़कियों में एमेनोरिया या पीरियड्स न आना भी तेजी से बढ़ रहा है।

जल्दी मासिक धर्म आने से बचने के उपाय

Menstrual Cycle

डॉक्टर्स ने बताया किमाता-पिता को सबसे पहले अपनी लड़कियों को जन्म से ही शारीरिक गतिविधि पर ध्यान देना चाहिए। बचपन से ही पढ़ाई का दबाव ना डालें। लड़कियों को तनाव ना दें। उनके आहार में अधिक फल दें। बाहर का खाना खाना बंद करें। दूध, दही और पनीर पर ध्यान दें। साथ ही, पीरियड्स (Menstrual Cycle) के कारण कम उम्र में ही बच्चों की लंबाई कम हो जाती है। इसलिए लड़कियों को जितना हो सके दौड़ने और साइकिल चलाने के लिए कहें। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस (Menstrual Cycle) संकट से बचा जा सकता है।

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