Delhi : नशाखोरी इन दिनों एक बड़ी समस्या है। युवा लगातार नशे की लत का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में इस लत से बचाने के लिए सरकार कीनन तरीके के प्रयोग कर रही हैं। वहीं अब देश कि राजधानी दिल्ली (Delhi) में बढ़ते इनके मामलों को निपटाने के लिए भी वहां कड़ा एक्शन लिया जा रहा है। दिल्ली (Delhi) में नशे के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। ज्यादातर युवा स्कूल, कॉलेज में रहकर ही इन लतों में पड़ जाते हैं। ऐसे में इस पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली में इन्हीं जगहों पर ज्यादा नजर रखी जाने के निर्देश दिए हैं।
LG ने दिया आदेश
दिल्ली (Delhi) के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने व्यापक नशा विरोधी अभियान शुरू करने की घोषणा की। यह अभियान अगले महीने की पहली तारीख से शुरू किया जाएगा। नशे के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए एलजी वीके सक्सेना ने दिल्ली में एक महीने तक नशा विरोधी अभियान चलाने की घोषणा की है। इसकी शुरुआत 1 दिसंबर से होगी। एलजी की यह पहल अगले तीन सालों में दिल्ली को नशा मुक्त बनाने की एक बड़ी योजना का हिस्सा है। राज्य स्तरीय समिति नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर की नौवीं समीक्षा बैठक ली गई। इस दौरान सक्सेना ने रेखांकित किया कि इसका एक सामाजिक पहलू युवाओं के स्वास्थ्य पर पड़ने वाला प्रतिकूल प्रभाव है।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिए कड़े निर्देश
दिल्ली (Delhi) के एलजी वीके सक्सेना ने मंशा जताई कि राजधानी को अगले तीन सालों में पूरी तरह से नशा मुक्त बनाना है। इस अभियान के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। नशे के खिलाफ अभियान में युवाओं को शामिल किया जाएगा। एलजी सक्सेना ने कहा कि दिल्ली पुलिस को अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर ड्रग सिंडिकेट और उसके नेटवर्क पर और भी सख्ती से लगाम लगाने के प्रयास करने होंगे।
एक महीने के इस अभियान के दौरान एलजी ने दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियों को काम करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कम से कम 200 छात्रावासों, 50 कॉलेजों, 200 स्कूलों, 200 दवा की दुकानों पर नजर रखने को कहा है।
दुकानों की होगी जांच
साथ ही दिल्ली (Delhi) में 500 पान की दुकानों, सभी शेल्टर होम, 200 बार और रेस्टोरेंट की गहन जांच करने और लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने का निर्देश दिया है। उनका कहना है कि युवा नशे की गिरफ्त में आकर न सिर्फ अपना स्वास्थ्य खराब कर रहे हैं बल्कि समाज के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं। नशे के खिलाफ अभियान में युवाओं को शामिल करना होगा। सूचना देने वालों को आकर्षक इनाम दिए जाएंगे। साथ ही बचाव के लिए बड़े पैमाने पर विज्ञापन किए जाएंगे। दिल्ली (Delhi) के एलजी ने कहा कि संस्थान, छात्रावास को नशा मुक्त बनाने के लिए वार्डन की जवाबदेही तय की जाए।
शहर में होगा प्रचार
पूरे शहर (Delhi) में पोस्टर और बैनर लगाए जाएं कि नशा स्वास्थ्य और समाज के लिए कितना खतरनाक है। साथ ही डीटीसी बसों, ऑटो रिक्शा और टैक्सियों में भी इसे प्रदर्शित किया जाए। इस अभियान को सफल बनाने के लिए टेलीविजन, रेडियो, सोशल मीडिया और आउटडोर विज्ञापनों के जरिए जन जागरूकता अभियान शुरू किए जाएंगे। एलजी ने दिल्ली (Delhi) स्थित फोरेंसिक लैब के निदेशक को लंबित मामलों के निपटारे में तेजी लाने के निर्देश दिए।
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