Operation Keller: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और उसके आतंकियों को सबक सिखाने के बाद भारतीय सेना ने एक और ऑपरेशन शुरू किया है। अभी 48 घंटे पहले ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हुआ था, वहीं भारतीय सेना का एक और ऑपरेशन (Operation Keller) आतंकियों के लिए काल बन गया। सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि अब अगर कोई आतंकी हमला होता है तो उसे ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जाएगा। सेना ने देश के भीतर छिपे आतंकियों को खत्म करने का कार्यक्रम तेज कर दिया है।
Oepration Sindoor के बाद Operation Keller की शुरुआत
सेना के सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन केलर (Operation Keller) हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के बाद शुरू किए गए व्यापक अभियान का हिस्सा है। आपको बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत सेना ने सीमा पार पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया था।
अब इस कार्रवाई का विस्तार जम्मू-कश्मीर के भीतर आतंकी नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में किया जा रहा है। ऑपरेशन केलर (Operation Keller) तब शुरू हुआ जब आतंकवाद निरोधी विशेष इकाई राष्ट्रीय राइफल्स को केलर इलाके में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकियों की आवाजाही और लोकेशन के बारे में खास जानकारी मिली।
जानिए Operation Keller के बारे में जानकारी
OPERATION KELLER
On 13 May 2025, based on specific intelligence of a #RashtriyasRifles Unit, about presence of terrorists in general area Shoekal Keller, #Shopian, #IndianArmy launched a search and destroy Operation. During the operation, terrorists opened heavy fire and fierce… pic.twitter.com/KZwIkEGiLF
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) May 13, 2025
सेना और स्थानीय पुलिस समेत सुरक्षा बलों ने तुरंत संदिग्ध इलाके की घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही टीम आगे बढ़ी, आतंकवादियों को एहसास हुआ कि वे घिरे हुए हैं और उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। जिससे भीषण मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ लश्कर के 3 आतंकवादियों के खात्मे के साथ समाप्त हुई, जो कथित तौर पर क्षेत्र में हिंसा और कट्टरपंथ की कई घटनाओं में शामिल थे। हालांकि ऑपरेशन (Operation Keller) अभी भी जारी है।
इस ऑपरेशन में मारे गए तीन आतंकवादी
पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर करने वाले ऑपरेशन सिंदूर के बाद मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों की आतंकवादियों से मुठभेड़ हुई। इसमें लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के शीर्ष कमांडर शाहिद कुट्टे समेत तीन आतंकवादी मारे गए। जिले के शुकरू केलर (Operation Keller) इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की गोपनीय सूचना पर यह अभियान शुरू किया गया था। सामने आया है कि शोपियां के चोटीपोरा हिरपोरा इलाके का रहने वाला कुट्टे, जो मार्च 2023 में लश्कर में शामिल हुआ था। एक श्रेणी ‘ए’ आतंकवादी था।
कुख्यात आतंकी यूसुफ का बेटा शाहिद भी मरा
ऑपरेशन केलर (Operation Keller) शोपियां में मारा गया आतंकवादी मोहम्मद यूसुफ कुट्टे का बेटा है। वह शोपियां के चोटिपोरा के हिरपोरा गांव में रहता था। वह 8 मार्च 2023 को लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ था। उसके पिता ने अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। शाहिद ने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। इसके बाद वह पशुपालन में लग गया और आतंकी बन गया। वह शोपियां के हिरपोरा में भाजपा सरपंच की हत्या में शामिल था। 26 वर्षीय इस युवक पर 3 फरवरी 2025 को कुलगाम के बेहीबाग में टीए कर्मियों की हत्या में शामिल होने का संदेह है।
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