Indian hockey team: पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम शनिवार को स्वदेश लौट आई है। दिल्ली एयरपोर्ट पर टीम के स्वागत के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। हर कोई एक बार विजेता टीम और कांस्य पदक की एक झलक के लिए बेकरार नजर आ रहा था। एयरपोर्ट पर ही ढोल नगाड़ों के साथ टीम का भव्य स्वागत किया। बताया गया कि विजेता टीम के इंतेजार में फैंस सुबह से एयरपोर्ट के बाहर जमा हो गए थे।
विजेता टीम का एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

भारतीय हॉकी टीम (Indian hockey team) के खिलाड़ियों ने स्वेदश पहुंचने पर दिल्ली एयरपोर्ट के बाहर खूब जश्न मनाया। एयरपोर्ट के लॉंज से बाहर निकलते ही कई खिलाड़ी ढोल-नगाड़ों की थापों पर खुशी से झूमते और जीत के इन पलों को इंजोए करते हुए नजर आए। वहीं इसी दौरान टीम के कप्तान और सरपंच साहब के नाम से मशहूर हरमनप्रीत सिंह ने मीडिया को जीता हुआ ब्रॉंज मेडल भी दिखाया। मेडल को देखते ही वहां पर मौजूद हजारों फैंस में एक गजब का उत्साह दिखा। एयरपोर्ट पर लोगों की भीड़ और चेहरे पर जीत की खुशी देखते ही टीम के खिलाड़ियों के साथ साथ सपोर्ट स्टाफ भी काफी उत्साहित नजर आया।
श्रीजेश को ध्वजवाहक चुने जाने पर बोले महासचिव

भारतीय हॉकी टीम (Indian hockey team) के लिए कई बड़े मौकों पर संकट मोचक का काम करने वाले गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने सन्यास का ऐलान कर दिया है। टीम के भारत लौटने के बाद हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ ने श्रीजेश को समापन समारोह में ध्वजवाहक बनाए जाने पर कहा की “वो इस सम्मान के हकदार थे। अगर सरकार और भारतीय ओलंपिक समिति ने श्रीजेश को ये सुनहरा मौका दिया है तो हॉकी इंडिया उनका दिल से शुक्रिया अदा करता है, ये एक शानदार जीत थी, लगातार दो पदक जीतना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है”।
52 साल बाद जीते लगातार दो मेडल

भारत को ओलंपिक में जिस खेल में सबसे ज्यादा सफलता मिली है वो खेल है हॉकी। आपको बता दें कि हिंदुस्तान ने अभी तक हॉकी (Indian hockey team) में कुल 13 पदक अपने नाम किए हैं, जिसमें से आठ स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक भी शामिल हैं। टीम ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में 41 साल का पदक का सूखा खत्म किया था और मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में कांस्य पदक जीता था। पेरिस ओलंपिक में भी भारत ने इस जीत का बरकरार रखा है। इसके साथ ही आपको बता दें कि भारतीय हॉकी टीम (Indian hockey team) ने 52 साल बाद लगातार दो पदक जीते हैं। इससे पहले 1968 और 1972 में ऐसा किया गया था।
बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया का ऐलान! इन खिलाड़ियों को मिलेगा मौका, मोहम्मद शमी की हुई वापसी