Indian Soldiers : उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा के पास ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया। चार प्रमुख धामों में से एक बद्रीनाथ के पास स्थित देश के आखिरी गांव माणा के पास शुक्रवार सुबह बर्फ के पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया। जिसमें 57 मजदूर फंस गए। ये सभी मजदूर यहां बीआरओ के लिए काम कर रहे थे।
ग्लेशियर टूटने की घटना की सूचना मिलते ही भारतीय जवानों (Indian Soldiers) की टीम आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य बचाव दलों की टीम मौके पर पहुंच गई और बचाव अभियान शुरू कर दिया।
Indian Soldiers :चीनी सीमा से सटे माणा गांव में ग्लेशियर टूटा
बता दें जब ग्लेशियर टूटा तब ये मजदूर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के ठेकेदार के अधीन काम कर रहे थे। सुबह चमोली बद्रीनाथ धाम में माणा गांव के पास ग्लेशियर टूटने से 57 मजदूरों के दबे होने की खबर आई थी। इनमें से करीब 35 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
जबकि बाकी 22 मजदूरों की भारतीय सैनिकों (Indian Soldiers) को तलाश है। शुक्रवार सुबह भारी तबाही की खबर सामने आई थी। भारत-चीन सीमा पर स्थित माणा गांव में बर्फ का बड़ा पहाड़ टूट गया है।
57 में से बचाए 35 मजदूर
भारतीय सेना के जवान (Indian Soldiers) रेस्क्यू, आईटीबीपी, एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। आपदा को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की है। हालांकि हनुमान चट्टी से आगे हाईवे बंद होने से बचाव दलों को मौके पर पहुंचने में दिक्कत हो रही है। प्रशासन ने बर्फबारी के कारण माणा दर्रा क्षेत्र में 57 मजदूरों के दबे होने की जानकारी दी। इसके बाद राहत टीमें सक्रिय हो गईं।
Indian Soldiers बचाव कार्य में लगे हुए
बता दें कि इस गांव से कुछ ही दूरी पर चीनी सीमा है। उत्तराखंड में 48 घंटे से जारी बारिश और उसके बाद हुई बर्फबारी ने पहाड़ों पर आफत ला दी है। भारतीय सेना के जवान (Indian Soldiers), आईटीबीपी, सीमा सड़क संगठन और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई थी और बचाव कार्य में जुटी हैं।
सीमा सड़क संगठन कैंप के पास भीषण हिमस्खलन हुआ था। इस दौरान तीन मजदूरों को गंभीर हालत में सेना के अस्पताल भेजा गया था। सेना के जवान (Indian Soldiers) और आईटीबीपी बचाव कार्य में जुटी है।