Kanvar Yatri : सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्री (Kanvar Yatri) गंगाजल और अन्य पवित्र नदियों का जल लेने के लिए जा रहे हैं. और भोलेनाथ पर जलाभिषेक करने के लिए तत्पर हैं. फिलहाल कांवड़ यात्रियों का दौर दौर जारी है. कांवड़ यात्री जल लेकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते जा रहे हैं. इसी बीच एक शानदार नजारा देखने को मिला है जिसने हर किसी का मन मोह लिया है. रविवार को हरिद्वार में एक अद्भुत नजारा देखने को मिला. हरिद्वार में दो कांवड़ यात्री (Kanvar Yatri) दिखे हैं जिन्होंने सभी को अपना दीवाना बना लिया हैं. उनकी कांवड़ देखकर हर कोई अचम्भित है और उनसे इसको लेकर कईं सवाल भी किए जा रहे हैं.
कांवड़ यात्री ने हरिद्वार में दिखाई अनूठी कला
दरअसल हरिद्वार में दो कांवड़ यात्री (Kanvar Yatri) ने अद्भुत कांवड़ ली हुई हैं. जिसमें एक तरफ भगवान शिव और एक तरग देश के प्रधानमंत्री मोदी नजर आ रहे हैं. दोनों की मूर्ति को उन्होंने कंधे पर उठा रखा है और दोनों कांवड़ यात्री जल लेकर अपने गंतव्य कि ओर जा रहे हैं. देश के प्रधानमंत्री के प्रति दोनों का झुकाव देखकर हर कोई दंग रह रहा है. दोनों रिश्ते में भाई हैं और दोनों ने ही यह अनोखा काम करने का निर्णय क्यों लिया इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं.
मोदी और भगवान शिव को बनाया कांवड़ यात्रा का साथी
दरअसल दोनों कांवड़ यात्री (Kanvar Yatri) में से एक का नाम रूपेंद्र हैं जिन्होंने देश पीएम नरेंद्र मोदी की मूर्ति को कंधे पर बिठाया हुआ है. वहीं भगवान शिव की मूर्ति को दूसरे भाई ने उठाया हुआ है. दोनों ने इन मूर्तियों को गंगा स्नान कराया उसके बाद गंगाजल लेकर अपने शहर कि ओर फिर अपने साथियों के साथ पैदल ही चल दिए. भगवान शंकर की मूर्ति के साथ एक ने पीएम मोदी की मूर्ति उठाई हुई है. बता दें रूपेंद्र पेशे से पैथोलॉजिकल डॉक्टर हैं है. रूपेन्द्र दिल्ली में अपनी पैथोलोजी लैबोरेटरी चलाते है. रूपेन्द्र ने अपनी एक इच्छा भी जाहिर तौर पर बताई है. आइए इनके बारे में जानते हैं.
दिल्ली के रूपेंद्र ले जा रहे हैं पीएम मोदी की कांवड़
भगवान शिव के नाम की कांवड़ लेकर लाखों कांवड़ यात्री (Kanvar Yatri) धर्मनगरी पहुँच रहे हैं. वहीं कुछ सनातनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिंदुत्व और देश के काम से प्रभावित इस कदर हैं कि उनके नाम से कांवड़ ले जा रहे हैं. रूपेंद्र प्रधानमंत्री की प्रतिमा को कंधे पर बिठाकर ही कांवड़ के रूप में लेकर जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें पीएम मोदी बहुत पसंद हैं और वह मोदी से मिलना चाहते हैं.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इसके लिए रूपेंद्र ने बड़ी कीमत भी चुकाई है. रूपेंद्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मूर्ति बनाने में 2 महीने का समय लगा और करीब ₹60000 का खर्च आया. उन्होंने पीएम मोदी और शंकर भगवान की मूर्ति बनाई.
मोदी के काम से प्रभावित होकर रूपेंद्र ने लिया ये फैसला
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उनकी इच्छा है कि वह महादेव पर गंगाजल से अभिषेक करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलें और उन्हें गंगाजल और मूर्ति दें. रूपेंद्र के साथ उनके दल में आठ लोग शामिल हैं जो प्रधानमंत्री मोदी के साथ भगवान शिव की मूर्ति को कंधे पर चढ़ाए हुए हैं. उत्तर प्रदेश के जिलों से लेकर हरिद्वार तक कांवड़ यात्री का दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कांवड़ लेकर निकला हैं. मोदी समर्थक कांवड़ यात्री (Kanvar Yatri) रूपेंद्र का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के बाद ही उन्होंने मोदी के नाम की कावड़ ले जाने की ठान ली थी. इसलिए इन कावड़ियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कावड़ को अपने स्थान लेकर जा रहे हैं.
पीएम मोदी से मिलने की इच्छा भी जता चुके हैं रूपेंद्र
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कांवड़ यात्री (Kanvar Yatri) रूपेंद्र ने कहा कि उनकी इच्छा हैं कि महादेव पर जलाभिषेक करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी से मिलें. उन्होंने बताया कि देश में कश्मीर का विरोध और अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर फैसला लाकर मोदी ने मेरा दिल जीत लिया. मोदी अपने देश के लिए अच्छा काम कर रहे हैं, इसलिए उनका आदर्श स्थापित करना बनता है.
हालांकि बता दें सावन के महीने में अलग-अलग जगहों पर कांवड़ यात्री (Kanvar Yatri) के अलग-अलग अंदाज देखने को मिल रहे है. एक तरफ कई जगहों पर हिंसा की घटनाएं आ रही हैं तो कहीं पर शान्ति के पैगाम भी दिखाई दिया है. ऐसे में हरिद्वार में भगवान शिव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कांवड़ ले जाते हुए देखना एक अलग तरह का अनुभव है.
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