Know-Painful-Story-Of-Ahmedabad-Plane-Crash

Plane Crash : एयर इंडिया विमान हादसे (Plane Crash) में जान गंवाने वालों के परिजन गमगीन हैं। कुछ लोग रात भर अस्पताल के बाहर बैठे रहे। अपनों के शव मिलने का इंतजार करते रहे। हर तरफ सिर्फ और सिर्फ गम का शोर है।

लंदन जा रहा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (AI171) अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 230 यात्रियों और 12 चालक दल के सदस्यों के साथ उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई और जमीन पर जान गंवाने वालों में आकाश भी शामिल है।

विमान दुर्घटना में मरा चाय बनाने वाले का लाडला

Plane Crash

जिस इलाके में विमान दुर्घटनाग्रस्त (Plane Crash) हुआ और वहां के लोग भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उस इलाके में चाय की लॉरी चलाने वाले पाटनी परिवार के 14 वर्षीय बेटे की भी इस भीषण हादसे में मौत हो गई। यह सुनते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बहनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। घोड़ा छावनी में रहकर चाय की लॉरी चलाने वाले पाटनी परिवार के 14 वर्षीय बेटे आकाश पाटनी की मौत हो गई है।

14 वर्षीय आकाश की घर में सोते समय मौत

Plane Crash

आकाश पाटनी घर पर सो रहे थे और तभी विमान दुर्घटनाग्रस्त (Plane Crash) हो गया और यह लाडला बेटा फिर कभी नहीं उठा। आकाश की बड़ी बहन इस दिल दहला देने वाली घटना को बताते हुए फूट-फूट कर रो रही थी। उसने इस भयावह घटना के बारे में बताया, “मेरा 14 वर्षीय छोटा भाई चला गया।

हमारी चाय की गाड़ी घोड़ों के अड्डे के बगल में थी। मेरा भाई वहीं सो रहा था और वह वहीं सोता रह गया। मेरी मां बहुत चिल्लाई, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।”

बेटे को बचाने दौड़ी मां भी हुई गंभीर घायल

Plane Crash

आकाश की रिश्तेदार चंदाबेन ने बताया, “आकाश चाय की दुकान के पास एक पेड़ के नीचे सो रहा था। जो हॉस्टल की बिल्डिंग से सटा हुआ है। जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। उस समय उसकी मां सीताबेन चाय बना रही थी। पहले धातु का एक बड़ा टुकड़ा आकाश के सिर पर गिरा और फिर वह आग की लपटों में घिर गया।” चंदाबेन अन्य रिश्तेदारों के साथ सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम के बाहर खड़ी थीं।

आकाश के पिता ने डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल दिए

Plane Crash
आकाश के रिश्तेदार चंदाबेन ने बताया कि, “प्लेन क्रैश (Plane Crash) में आकाश को बचाने की कोशिश में सीताबेन गंभीर रूप से जल गई। वह अब अस्पताल में भर्ती है। आकाश का शरीर इतना जल गया है कि उसकी पहचान करना भी मुश्किल है और उसके पिता ने डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल दिए हैं।

यह भी पढ़ें : WTC 2025 का खिताब बना देगा अरबपति! ICC ने घोषित की इनामी राशि, जानिए कितनी रकम किसे मिलेगी