Maiya Samman Yojana- नारियों के सम्मान और सुरक्षा के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं का लाभ उठाकर लाखों महिलाओं का जीवन बेहतर हुआ है। केंद्र हो या फिर राज्य सरकार हर कोई अपने स्तर पर इस दिशा में काम कर रहा है। हाल ही में सरकार ने एक ऐसी योजना शुरू की है जिसका लाभ उठाकर महिलाएं आर्थिक रूप (Maiya Samman Yojana) से भी मजबूत हो सकती हैं। इस योजना के तहत महिलाओं को साल में एक निश्चित राशी देने का प्रावधान है। इस योजना के शुरू होने से महिलाएं भी काफी उत्साहित हैं।
सीएम ने शुरु की ‘Maiya Samman Yojana’

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रक्षाबंधन के अवसर पर राज्य की महिलाओं को एक महत्वपूर्ण उपहार दिया है। उन्होंने रविवार को ‘मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ (Maiya Samman Yojana) का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत, मुख्यमंत्री ने पाकुड़ जिले की 81,000 से अधिक महिलाओं के बैंक खातों में सीधे सम्मान राशि भेजी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना राज्य की महिलाओं को समर्पित है और आज का दिन उनके लिए खास और ऐतिहासिक है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार रक्षाबंधन के इस मौके पर राज्य की बहनों और बेटियों को इस योजना का लाभ दे रही है। इस योजना के तहत हर महीने की 15 तारीख तक महिलाओं के बैंक खातों में 1,000 रुपये की सम्मान राशि जमा की जाएगी।
साल में मिलेंगे 12 हजार रुपए

इस योजना (Maiya Samman Yojana) के तहत राज्य की 21 से 50 साल की महिलाओं को साल भर में 12 किस्तों में कुल 12,000 रुपये दिए जाएंगे। हर महीने की 15 तारीख को महिलाओं के बैंक खातों में 1,000 रुपये जमा किए जाएंगे। महिला बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा विभाग ने बताया कि इस योजना के प्रति महिलाओं में काफी उत्साह है। आवेदन शुरू होने के केवल दो हफ्तों में 43 लाख महिलाओं ने आवेदन किया, जिनमें से 37 लाख आवेदन मंजूर हो चुके हैं। इन स्वीकृत आवेदकों के खातों में 31 अगस्त से पहले पहली किस्त के रूप में 1,000 रुपये भेजे जाएंगे।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?

झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (Maiya Samman Yojana), हेमंत सोरेन सरकार की एक प्रमुख योजना है। इसके तहत राज्य की 21 से 50 साल की महिलाओं को लाभ मिलेगा, लेकिन इसके लिए उनके परिवार का अंत्योदय श्रेणी में होना जरूरी है। महिलाओं को इस योजना का लाभ पाने के लिए पंजीकरण कराना होगा। महिला बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा विभाग के अनुसार, यह योजना निरंतर जारी रहेगी। जो युवतियां फिलहाल 20 साल की हैं, वे 21 साल की होते ही पंजीकरण कराकर इसका लाभ उठा सकती हैं। यानी, पंजीकरण की प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी।
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