Meerut: पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने भारत में रह रहे पाकिस्तानियों को वापस भेजने का आदेश जारी किया है. हर दिन कई पाकिस्तानियों को वापस भेजा जा रहा है. लेकिन में ब्याही गई मेरठ (Meerut) की सना न तो भारत में रह पा रही है और न ही पाकिस्तान उसे एंट्री दे रहा है.
दूसरी बार माइके आना पड़ा भारी
मेरठ (Meerut) के सरधना के मोहल्ला घोसियान निवासी पीरुद्दीन की बेटी सना (Pakistan) में विवाहित है। करीब एक सप्ताह पहले सना अपने दोनों बच्चों के साथ दूसरी बार मायके भारत आई थी. सना को 45 दिन का वीजा मिला था, लेकिन इसी बीच पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हो गया. पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने का आदेश जारी होने के बाद मेरठ प्रशासन ने सना से संपर्क कर उसका वीजा रद्द कर दिया और उसे वापस जाने को कहा।
वापस नहीं भेजा जा सकता
जांच में पता चला कि सना का पासपोर्ट भारतीय है. इस वजह से उसे वापस नहीं भेजा जा सकता, जबकि दोनों बच्चों को जाने दिया गया, क्योंकि उनके पासपोर्ट पाकिस्तानी थे. बताया जा रहा है कि नियमों के मुताबिक, वह शादी के 9 साल पूरे होने से पहले पाकिस्तानी नागरिकता के लिए आवेदन नहीं कर सकती हैं. वहीं, उनके दोनों बच्चों के पास (Pakistani) पहचान पत्र हैं. बच्चों की छोटी उम्र को देखते हुए वह उन्हें अकेले पाकिस्तान नहीं भेज सकतीं, इसलिए फिलहाल वह अपने दोनों बच्चों के साथ वापस लौट आई हैं.
150 पाकिस्तानी नागरिकों को किया डिपोर्ट
मेरठ जोन (Meerut) से पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आए (Pakistani) को सरकार ने वापस भेजना शुरू कर दिया है, शुक्रवार शाम तक मेरठ जोन से 150 पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा जा चुका है. एडीजी जोन भानु भास्कर ने बताया कि शुक्रवार शाम तक सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ, बागपत, हापुड़ और बुलंदशहर से 150 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिकों को डिपोर्ट किया जा चुका है. आपको बता दें कि यूपी में 1800 पाकिस्तानी नागरिक हैं जिनके डिपोर्ट करने की प्रक्रिया चल रही है।
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