Monsoon update: देश की राजधानी दिल्ली के साथ-साथ अन्य कई राज्य इन दिनों गर्मी की भीषण मार झेल रहे हैं। पंजाब, हिरयाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान समेत कई उत्तरी भारत के राज्य ऐसे हैं जहां लू के थपेड़ों से लोग परेशान हैं। इन सभी राज्यों में लोगों के लिए एक ही उम्मीद की किरण है और वो है मानसून। भले ही निर्धारित समय से तीन दिन पहले ही मानसून इस साल केरल में दस्तक दे चुका था लेकिन इस साल मानों मानसून की रफ्तार पर ब्रेक लग गया हो क्योंकि अन्य वर्षों के मुकाबले इस साल मानसून की गति (Monsoon update) काफी कम है। लेकिन इसी बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर एक बड़ा अपडेट दे दिया है जो कहीं ना कहीं लोगों को थोड़ी सी राहत तो जरूर देने वाला है।
मानसून को लेकर आया बड़ा अपडेट

गर्मी की मार से परेशान होकर लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं लेकिन आसमान में एक भी बादल नजर नहीं आ रहा। इसी बीच सोमवार को मौसम विज्ञान विभाग ने हल्की सी राहत देने वाले बयान दिया है। दरअसल मौसम विभाग ने कहा है कि जून माह के बाद मानसून (Monsoon update) की गति रफ्तार पकड़ेगी और देश के कई राज्यों में बारिश शुरू हो जाएगी। वैज्ञानिकों ने जलवायु मॉडलों के आधार पर भी अनुमान जताया है कि जून के आखिर तक मानसून और ज्यादा सक्रिय हो सकता है और जुलाई में उत्तर-पश्चिम भारत के कई इलाकों में अच्छी खासी बारिश हो सकती है।
इसके अलावा मौसम के जानकारों ने जलवायु मॉडल के आधार पर ये भी अनुमान जताया है कि जून के आखिरी हफ्ते में मानसून फिर से सक्रिय होगा और जुलाई के पहले हफ्ते तक पूरे देश को कवर कर लेगा। यानी की बारिश जून के आखिर से लेकर जुलाई के पहले हफ्ते में हो सकती है।
धीमी गति से चल रहा है मानसून

आपको बता दें कि इस साल मानसून (Monsoon update) की गति काफी स्लो नजर आ रही है और इसी कारण लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। इस वक्त मॉनसून की उत्तरी सीमा नवासारी, जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, बीजापुर, सुकमा और इस्लामपुर के पास ही पहुंची है। जो की 11 जून की मॉनसून लाइन के आसपास ही है। यानी की 11 जून के बाद से मानसून (Monsoon update) ज्यादा आगे नहीं बढ़ा है।
जिसके कारण देशभर में मॉनसूनी बारिश अबतक औसत से 20 फीसदी कम दर्ज की गई है। पश्चिमोत्तर भारत में तो 1 जून के बाद मॉनसूनी बारिश में लगभग 68 फीसदी की कमी देखी गई है। साथ ही मध्य भारत में यह 29 फीसदी एवं पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में 20 फीसदी कम रही है। हालांकि, दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत का हाल अलग है क्योंकि यहां मानसूनी बारिश औसत से 17 फीसदी ज्यादा रिकॉर्ड की गई है।
दिल्ली वासियों को जल्द मिलने वाली है राहत

राजधानी दिल्ली में तो लोगों को लू के थपेड़े कुछ इस तरह लग रहे हैं कि लोग घर से बाहर निकलने से पहले 10 बार सोच रहे हैं। राजधानी में कई दिनों से मौसम विभाग ने रेड अलर्ट भी जारी किया हुआ है और लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि इस भीषण गर्मी में अपना ध्यान रखें। बारिश की कमी के कारण पूरे इलाके में अधिकतम तापमान लगभग 45 डिग्री बना हुआ है। साथ ही पिछली कुछ रातों को तो तापमान 33 डिग्री के आसपास ही बना रहा।
जिससे लोगों को रातों को सोने में भी बैचेनी महसूस हुई। लेकिन अब मौसम विभाग ने (Monsoon update) संभावना जताई है कि जल्द ही दिल्लीवासियों को गर्मी से राहत मिलने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार 18 जून की शाम से दिल्ली के तापमान में गिरावट आने वाली है।
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